supply and demand trading strategy in hindi

सप्लाई और डिमांड की ताकत से ट्रेडिंग में मुनाफा पाएं। supply and demand trading strategy in hindi सप्लाई और डिमांड से पैसे कैसे कमाएं 2025 में?

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अगर आप supply and demand trading strategy in hindi को मास्टर कर लेते हैं। तो चार्ट्स देखने का आपका नजरिया हमेशा के लिए बदल जाएगा इससे आप सिर्फ प्रॉफिट ही नहीं बल्कि, बड़े-बड़े प्रॉफिट भी कमा सकते हैं।

इस लेख में हम आपको यह सब चीजें बताने वाले हैं, अगर आप सप्लाई और डिमांड को सच में मास्टर करना चाहते हैं तो मेरा आपसे एक रिक्वेस्ट है कि लेख के किसी भी पार्ट को स्किप ना करें।

supply and demand trading strategy in hindi

supply and demand trading strategy in hindi
supply and demand trading strategy in hindi

इस पूरे लेख में हम आपको बताएंगे कि, सप्लाई और डिमांड क्या होता है? आपको इसे क्यों ट्रेड करना चाहिए? आप कैसे चार्ट्स पर सप्लाई और डिमांड जन को ड्रॉ कर सकते हैं? और फाइनली आप इसे कैसे ट्रेड कर सकते हैं एंट्री कैसे लेनी है और एग्जिट कैसे करना है?

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जब आप एक बार अच्छे से supply and demand trading strategy को सीख जाते है तो निश्चित रूप से आपके अंदर कॉन्फिडेंस की कोई कमी नहीं रहती है। लेख के अंत में मैं आपके साथ मेरा खुद का तरीका शेयर करूंगा जिस प्रकार मैं सप्लाई और डिमांड को ट्रेड करता हूं ताकि आप जान सकें कि मेरी स्ट्रेटेजी क्या है?

supply and demand trading kya hota hai

supply and demand trading kya hota hai
supply and demand trading kya hota hai

तो चलिए वीडियो शुरू करते हैं जहां सबसे पहले हम बेसिक्स ऑफ सप्लाई एंड डिमांड जानेंगे कि, सप्लाई और डिमांड क्या है? बेसिकली सप्लाई और डिमांड एक अग्रेसिव सेलिंग और एग्रेसिव बाइंग होती है। बस इतना ही एग्रेसिव बाइंग और एग्रेसिव सेलिंग हमें बताती है कि, बड़े लोग या बिग बॉयज कहां पर मार्केट में एंटर कर रहे हैं और कहां से एग्जिट कर रहे हैं और बिग बॉयज प्राइस को किस डायरेक्शन में पुश कर रहे हैं।

कैंडलेस्टिक पैटर्न को ध्यान दे तो यह बड़े रेड कैंडल हमें बताते हैं कि, यहां पर अग्रेसिव सेलिंग हुई है यानी कि यहां बड़े वॉल्यूम्स और बड़े मोमेंटम शामिल है मार्केट को नीचे लाने में अब नेक्स्ट चार्ट पर ध्यान दें आप यहां देख देख सकते हैं कि यहां पर अग्रेसिव बाइंग हुई है जिसका मतलब है कि, बिग बॉयज बड़े वॉल्यूम और बड़े मोमेंटम के साथ प्राइस को ऊपर ले जा रहे हैं इन्हीं दोनों चीजों को आपको देखना चाहिए।

जब आप सप्लाई और डिमांड को ट्रेड कर रहे होते हैं क्योंकि ऐसे मोमेंटम हमें बताता है कि, स्मार्ट मनी कहां पर मार्केट में एंटर कर रही है मार्केट को किस डायरेक्शन में ले जा रही है और मार्केट से कहां पर एग्जिट कर रही है और अगर आप छोटे-छोटे कैंडल स्टिक्स को देखते हैं। तो इसे सप्लाई और डिमांड एरिया नहीं समझना चाहिए। यह सारे स्मॉल कैंडल मार्केट के छोटे-छोटे क्यूट बेबीज हैं और ऐसे कैंडल के साथ ना तो ज्यादा वॉल्यूम होता है और ना ही मोमेंटम।

supply and demand trading kyo kiya jata hai

supply and demand trading strategy in hindi
supply and demand trading strategy in hindi

आपको सप्लाई और डिमांड क्यों ट्रेड करना चाहिए? पहले मैं आपको बताना चाहता हूं कि, मैं सप्लाई और डिमांड को क्यों ट्रेड करता हूं। हम उन लोगों के साथ ट्रेड करना चाहते हैं जिनके पास बहुत सारा पैसा है। जिसे हम स्टॉक मार्केट की भाषा में स्मार्ट मनी कहते हैं और मैं भी बिग बॉयज स्मार्ट मनी को फॉलो करके प्रॉफिट बनाना चाहता हूं। सबसे अच्छा तरीका जिससे आप पहचान सकते हैं कि, मार्केट में स्मार्ट मनी कब एंटर कर रही है और कब एग्जिट कर रही है वह है चार्ट्स पर सप्लाई और डिमांड जोन (supply and demand zones trading) को पहचानना। जब मार्केट में प्राइस बड़े-बड़े रेड कैंडल्स बनाते हुए नीचे की ओर जाती है उसे हम सप्लाई जोन कहते हैं और जिस लेवल से प्राइस बड़े-बड़े ग्रीन कैंडल बनाकर ऊपर की ओर बढ़ती है उसे हम डिमांड जोन कहते हैं। चलिए अब हम आपको सीखाने वाले है कि, how to trade supply and demand zones अलग-अलग टाइम फ्रेम के हिसाब से।

हम सिर्फ चार्ट पर बड़े मोमेंटम वाले कैंडल्स को देखेंगे जो हमें बताते हैं कि बिग बॉयज या फिर स्मार्ट मनी मार्केट में प्रवेश कर चुकी है इस बात को हमेशा याद रखें कि हम रिटेल ट्रेडर्स हैं और मार्केट के बड़े प्लेयर्स के मुकाबले हमारे पास बहुत कम पैसे होते हैं। इन बड़े प्लेयर्स के पास 500 करोड़ 1000 करोड़ 2000 करोड़ जैसी बड़ी रकम होती है। चार्ट्स को ध्यान से देखो ऐसे मोमेंटम को देखने के बाद आपको पता चल जाता है कि, बड़े प्लेयर्स जिन्हें हम स्मार्ट मनी कहते हैं इस लेवल पर मार्केट में प्रवेश कर रहे हैं तो मेरा आपसे सवाल है क्या आप ऐसी जगह पर खरीदना चाहोगे अगर आपका जवाब नहीं है।

तो आप मार्केट में हमेशा के लिए लूजर ही रह जाओगे लेकिन मुझे पता है कि, आप सबका जवाब हां होगा क्योंकि आप मार्केट में प्रॉफिट बनाने आए हैं और यहां तो आपके सामने मुफ्त पैसे पड़े हुए हैं आप जानते हैं कि स्मार्ट मनी के पास बड़े पैसे हैं बड़ी पावर है और उनके पास मार्केट को मूव करने की ताकत है सबसे बड़ी गलती जो रिटेल ट्रेडर्स कर सकते हैं वह है ऐसे स्मार्ट मनी के खिलाफ ट्रेड करना जो आपसे अनलिमिटेड टाइम बड़ा है।

supply and demand zone kaise draw karte hain

supply and demand trading
supply and demand trading

अब हम जानेंगे कि सप्लाई और डिमांड को चार्ट्स पर कैसे पहचान सकते हैं। पहला तरीका यह है कि, ट्रेड में आपको तभी एंट्री लेनी है जब आपको कम से कम तीन मोमेंटम कैंडल्स दिखें हो सकता है कि एक मोमेंटम में चार पांच बड़े कैंडल्स हो लेकिन कम से कम तीन तो होना ही चाहिए।

तभी हम ट्रेड में एंट्री ले सकते हैं जैसे कि, इन तीन मोमेंटम कैंडल्स को देखो ध्यान रखना कि, ऐसे छोटे कैंडल्स को सप्लाई और डिमांड मत समझना। supply demand trading strategy in Hindi को हम कुछ प्रमुख Methods के माध्यम से समझाने वाले है।

  • Method-1

    supply and demand trading strategy
    supply and demand trading strategy

    इस एग्जांपल में हम इन तीन ग्रीन मोमेंटम कैंडल्स का इस्तेमाल करेंगे दूसरा चीज आपको यह करना है कि, ऐसे एरिया ढूंढना है जहां से मोमेंटम शुरू हुआ है और उन तीनों कैंडल्स के जस्ट प्रीवियस वाले कैंडल पर हम एक रेक्टेंगल बॉक्स ड्रॉ करेंगे ध्यान देना कि, वह बॉक्स कैंडल की हाई और लो को पूरी तरह कवर कर रहा हो अब जो आपको चार्ट्स पर यह रेक्टेंगल एरिया दिख रहा है यह पूरा एरिया एक डिमांड जोन है और अगली बार जब भी प्राइस इस जन में आएगा।

    तब यहां से आपको बाय ट्रेड में एंट्री करनी है क्योंकि यहां पर ऐसा हो चुका है। तो ध्यान देने वाली बात यह है कि प्राइस इस जन तक आया और उसके बाद बड़े ग्रीन कैंडल्स बनाते हुए शूट अप कर गया सोचिए अगर आप ऐसी जगह पर मार्केट में ट्रेड एंट्री करते हैं तो आप बहुत ज्यादा पैसा बनाने वाले हैं।

  • Method-2

    supply and demand trading strategy
    supply and demand trading strategy

    चलिए अब एक और एग्जांपल देखते हैं जहां तीन बड़े रेड कैंडल्स पर ध्यान दें यहां पर हमें इन कैंडल्स को सेलेक्ट करना है और इन तीन कैंडल्स के प्रीवियस कैंडल की हाई और लो को टच करते हुए राइट साइड की तरफ खींचते हुए एक रेक्टेंगल बनाना है। यह रेक्टेंगल एरिया एक स्ट्रैंग सप्लाई जोन है इसलिए हमें वेट करना है कि प्राइस दोबारा इस सप्लाई एरिया में आए।

    जैसे ही प्राइस सप्लाई जन के पास आती है मैं चाहता हूं कि आप ध्यान से देखें कि क्या होता है प्राइस इस जोन में आने के बाद थोड़ा कंसोलिडेट होती है और फिर एक स्ट्रांग रेड कैंडल बनाते हुए नीचे चली जाती है। यहां पर प्राइस लिटरली इस सप्लाई जन के पास आने के बाद कोलैक्स कर जाती है इससे आप सीखते हैं कि सप्लाई और डिमांड जोन को चार्ट्स पर कैसे पहचानते हैं।

  • Method-3

    अब हम जानते हैं एक और मेथड जिसे हम कंसोलिडेशन मेथड कहते हैं इस चार्ट पर नजर डालें यहां पर प्राइस एक टाइट रेंज में ऊपर नीचे हो रही है जिसे हम कंसोलिडेशन जोन कहते हैं। अब हम एक रेक्टेंगल टूल लेंगे और इस पूरे कंसोलिडेशन जोन को कवर करते हुए राइट साइड की तरफ रेक्टेंगल को ड्रॉ करेंगे। ध्यान से देखिए कि, प्राइस इसके बाद क्या करती है? प्राइस इस कंसोलिडेशन जोन को तोड़ने के बाद रिसेट के लिए ऊपर जाती है और जैसे ही वह रेक्टेंगल बॉक्स को टच करती है प्राइस वहां से नीचे की तरफ आने लगती है।

    तीसरा मेथड है आपको ऐसे एरिया को खोजना जहां पर मैक्सिमम नंबर में कैंडल्स की लंबी विक्स हो चार्ट्स पर विक्स का बनना हमें बताता है कि, प्राइस उस लेवल से रिजेक्ट हो रही है और ऐसे लेवल को मार्केट में रिजेक्शन लेवल कहा जाता है। जहां पर मल्टीपल लॉन्ग विक्स वाले कैंडल्स बने हुए हैं वहां क्या करेंगे कि, रेक्टेंगल टूल सेलेक्ट करके इस पूरे विक्स वाले कैंडल्स को कवर करते हुए रेक्टेंगल बॉक्स को राइट साइड की तरफ खींचें।

    supply and demand trading strategy for beginners
    supply and demand trading strategy for beginners

    आपको दिखेगा कि अगली बार जब प्राइस इस लेवल पर आई तो प्राइस यहां से बड़े-बड़े ग्रीन कैंडल्स बनाते हुए शूट अप कर गई इसे हम कह सकते हैं कि, यह एक बहुत ही स्ट्रांग डिमांड जोन है। अब हम पूरे यकीन के साथ कह सकते हैं कि, आप सप्लाई और डिमांड जोन को चार्ट्स पर पहचानना सीख चुके हैं।

supply aur demand zone se kaise trade kare

how to trade using supply and demand zone
how to trade using supply and demand zone

इसके बाद यह बेहद जरूरी है कि, आप यह जाने की आप इसे कैसे ट्रेड करेंगे। इस चार्ट में हमने तीन बड़े ग्रीन मोमेंटम कैंडल्स को पहचान लिया है, अब हम उनके हाई और लो को कवर करते हुए एक रेक्टेंगल बनाएंगे जिससे आपका डिमांड जोन तैयार हो जाएगा। अब हम इंतज़ार करेंगे कि, कब प्राइस वापस इस डिमांड जोन में आएगी। ट्रेड में एंट्री करने के लिए आपके पास दो सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले तरीके हैं। पहला तरीका है कि, आप एक बाय लिमिट ऑर्डर प्लेस कर सकते हैं ताकि जब भी प्राइस इस डिमांड जन में आए तो ऑटोमेटिक बाय ट्रेड में एंट्री हो सके।

दूसरा तरीका यह है कि, आप मैनुअल बाय (Buy) ऑर्डर लगा सकते हैं। जब प्राइस इस लेवल पर आती है हम ज्यादातर दूसरे तरीके को ही प्रेफर करते हैं क्योंकि याद रखना चाहिए कि, डिमांड जोन कितना भी स्ट्रांग क्यों ना हो हमेशा यह चांस रहता है कि, प्राइस उस लेवल को ब्रेक कर दे। अब हम वेट कर रहे हैं कि, कब प्राइस इस डिमांड जोन के पास वापस आएगी जैसे ही प्राइस इस डिमांड जोन के पास आती है या फिर उसे टच करती है।

आपको तुरंत मार्केट में एंट्री नहीं लेना है पहले मार्केट को कंफर्मेशन देने दो कि अब मार्केट ऊपर जाने वाली है आप देख सकते हैं कि, यहां पर एक डोज़ी कैंडलेस्टिक पैटर्न (Dozi Candlistik Pattern) बना है और यह लंबी विक्स हमें बताती है कि, प्राइस यहां से रिजेक्शन ले रही है लेकिन हम अभी भी कंफर्म नहीं हुए हैं कि प्राइस ऊपर ही जाने वाली है। इसीलिए हमें और इंतजार करना पड़ेगा जस्ट नेक्स्ट कैंडल एक बड़ी बुलिश कैंडल फॉर्म होती है और हम यहां पर कंफर्म हो जाते हैं कि, मार्केट अब यहां से ऊपर जाने वाली है क्योंकि यह बुलिश इंगुलफिंग कैंडल हमें बताती है कि मार्केट में स्मार्ट मनी बाइंग पोजीशन बना रही है।

supply and demand zones
supply and demand zones

आप जानते हैं कि, स्मार्ट मनी की एंट्री के बाद प्राइस सुपर फास्ट स्पीड से ऊपर जाने वाली है। हम यहां मार्केट में एंट्री लेंगे जिसमें हमारा स्टॉप-लॉस स्विंग लो के नीचे होगा अगर आप ज्यादा सेफ रहना चाहते हैं। तो आप अपना स्टॉप-लॉस बिल्कुल इस डिमांड जोन के नीचे रख सकते हैं। अगर हम टारगेट की बात करें तो ऊपरी लेवल पर प्रीवियस कुछ कैंडल्स को देखें। यहां पर तीन लगातार रेड कैंडल्स बनी हैं और उनके जस्ट प्रीवियस कैंडल एक लॉन्ग विक्स रिजेक्शन कैंडल है। जिससे हम कंफर्म हो जाते हैं कि, यह लेवल एक सप्लाई जोन है। इसीलिए जब प्राइस इस लेवल को टच करेगी हम अपना प्रॉफिट यहां बुक करेंगे।

जब एक बार कोई सप्लाई या डिमांड जोन प्राइस का रिस्पेक्ट नहीं करता है, तो आपको पहले से ड्रॉ किए हुए रेक्टेंगल को डिलीट करना है और फिर नए सप्लाई और डिमांड जोन को चार्ट्स पर ड्रॉ करना है। अगर कोई नया सप्लाई या डिमांड जन नहीं दिख रहा है। तो हम मार्केट में वेट करेंगे जब प्राइस इस लेवल से तीन बड़े ग्रीन कैंडल्स बनाती है तो हमें पता चलता है कि, यह एक नया डिमांड जन है इन तीन ग्रीन कैंडल्स के जस्ट प्रीवियस कैंडल को कवर करके हम एक रेक्टेंगल बॉक्स राइट साइड की तरफ खींचें अब हम इंतजार करेंगे कि, प्राइस कब इस डिमांड जन के पास आएगी ताकि हम ट्रेड में एंट्री कर सकें इस एरिया में हमें दिख रहा है कि कैंडल्स के पास बड़े-बड़े विक्स हैं इसलिए हम यहां एक सप्लाई जन ड्रॉ कर सकते हैं।

supply and demand trading
supply and demand trading

जब प्राइस इस डिमांड जन के पास आती है, तो स्ट्रांग रेड कैंडल बनाते हुए इस लेवल को थोड़ा सा ब्रेक कर देती है। ऐसी सिचुएशन में रिटेल ट्रेडर्स अक्सर इसे एक ब्रेक डाउन के रूप में देखते हैं और सेल पोजीशन में एंट्री कर लेते हैं। लेकिन नेक्स्ट कैंडल एक बुलिश कैंडल बनती है जो कन्फर्म करती है कि, अब प्राइस यहां से ऊपर जाने वाली है। इस सिचुएशन में हम बाय पोजीशन में एंट्री करेंगे और नेक्स्ट सप्लाई जोन तक अपना टारगेट रखेंगे।

supply demand technical analysis को जब आप अच्छे तरीके से समझ जाते है तो फिर आपको इस प्रकार की सिचुएशन में कन्फ्यूजन नहीं होता है। हमारा स्टॉप लॉस लास्ट स्विंग लो के नीचे होगा इसके बाद प्राइस बुलिश कैंडल्स बनाते हुए ऊपर की तरफ बढ़ जाती है और हमारा टारगेट हिट हो जाता है। इसके साथ ही हमने dividend kab milta hai और कैसे मिलता है? पूरी जानकारी। आपको बताई हुई है।

best supply and demand trading strategy

तो अब मैं आपके साथ अपनी सीक्रेट ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी शेयर करने वाला हूं। जिसमें मैं बताऊंगा कि, सप्लाई और डिमांड (supply and demand trading strategy) को यूज करके मैं खुद कैसे ट्रेड करता हूं। ट्रेड करते समय मैं सिर्फ एक कन्फर्मेशन पर ध्यान नहीं देता बल्कि मल्टीपल कंफर्मेशंस को देखता हूं तभी ट्रेड में एंट्री लेता हूं।

एक्सटर्नल कन्फर्मेशन के लिए मैं अक्सर फोनची रिट्रेसमेंट टूल का उपयोग करता हूं और ऐसा मैं तभी करता हूं जब प्राइस अपर ट्रेंड या डाउन ट्रेंड में होती है। फिना टूल के कभी भी साइड वेज मार्केट में यूज नहीं करना चाहिए।

supply and demand trading strategy in hindi
supply and demand trading strategy in hindi

यहां एक अपट्रेंड (Uptrend) है इसलिए हम फोनची टूल को ड्रा करेंगे। टूल में रिट्रेसमेंट को ट्रेड करने के लिए 0.5 और 0.61 लेवल सबसे अच्छे होते हैं इसलिए जब प्राइस इन दोनों लेवल्स के बीच आती है और एक बुलिश कैंडल (Bulish Candles) बनती है तो हम कंफर्म हो जाते हैं कि, प्राइस अब यहां से ऊपर ही जाने वाली है मल्टीपल कंफर्मेशंस के बाद हम बाय पोजीशन में एंट्री लेते हैं जिससे मेरे ट्रेड्स का विन रेट एवरेज ट्रेड से ज्यादा रहता है।

Outro

हमने सीखा कि, supply and demand trading system की मदद से आप आसानी से ट्रेडिंग सत्र के दौरान पैसा बना सकते है। इसके साथ ही best supply and demand trading strategy for beginners के लिए भी बड़े ही आसान भाषा में सीखाने का प्रयास किया गया है।

सप्लाई और डिमांड की ताकत से ट्रेडिंग में मुनाफा के लिए हमने इस लेख में सभी महत्वपूर्ण जानकारी बताई हुई है। अगर यह लेख आपको अच्छी लगी हो तो कृपया करके अपने सभी ट्रेडर साथियो के साथ साझा करे।

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राहुल कुमार सोनी

राहुल कुमार सोनी एक वित्तीय बाजार लेखक हैं, जिन्हें शेयर बाजार, ट्रेडिंग और निवेश में 6 साल से अधिक का अनुभव है। वह बी.टेक सिविल इंजीनियरिंग में ऑनर्स डिग्री के साथ एक बाजार निवेशक भी हैं।

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