6 day trading rules to follow जो आपको प्रोफेशनल डे ट्रेडर बनाएगा।

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इस ब्लॉग में जानें प्रभावी day trading rules to follow, पूंजी प्रबंधन के टिप्स, और शुरुआती ट्रेडर्स के लिए ज़रूरी सुझाव। आज ही स्मार्ट ट्रेडिंग की शुरुआत करें! डे ट्रेडिंग में सफलता पानी है, तो इन ज़रूरी rules to follow को नज़रअंदाज़ न करें!

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day trading strategies
day trading strategies

बहुत सारे लोग जो स्टॉक मार्केट में आते हैं, उनका मुख्य अट्रैक्शन होता है इंट्राडे ट्रेडिंग (intraday trading) जो उन्हें इस मार्केट की तरफ अट्रैक्ट करता है। लेकिन जैसे-जैसे टाइम बिताता है हम सभी को पता चलता है कि, जो इंट्राडे ट्रेडिंग है अन्य ट्रेडिंग स्टाइल के आलावा इंट्राडे ट्रेडिंग स्टाइल कठिन है।

जैसे स्विंग ट्रेडिंग वो जिसने भी ट्रेडिंग और एवं कंपेयर तू इन्वेस्टमेंट क्योंकि डे ट्रेडिंग (day trading) बहुत स्ट्रेसफुल के साथ-साथ हाई रिस्क होता है और डे ट्रेडिंग में बहुत इमोशंस इंवॉल्व होता है। जिसकी वजह से डे ट्रेडिंग में फैलियर रेट ज्यादा है। तो आज की इस लेख में मैं आप लोगों को छह गोल्डन रूल्स (6 Golden rules) बताने वाला हूं जो हर एक बिगनर को फॉलो करना चाहिए अगर वो एक तनाव रहित ट्रेडर बनना चाहता है।

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6 golden day trading rules to follow

day trading rules to follow
day trading rules to follow
  1. Trade Like a Robot

    ट्रेड लाइक रोबोट बिल्कुल सही सुना आपने trade like a robot जब हम डे ट्रेडिंग करते हैं, तो हमें रोबोट की तरह ट्रेड करना चाहिए। इसका मतलब हमें अपने इमोशंस (Trading discipline) को मारना है। हमें बिना इमोशंस की ट्रेड करना है इमोशंस लाइक रिवेंज ट्रेडिंग ट्राईंग तू रिकवर लॉसेस होता क्या है? जब हमें मार्केट में लॉस होता है, तो हम बस यही सोचते हैं कि, किसी भी तरह आपका लॉस वापस आ जाए।

    ऐसे सिचुएशन में हम इमोशंस को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं और उल्टे-सीधे ट्रेड लेने लगते हैं विदाउट अन्य सेटअप या स्ट्रेटजी सो ट्रेड लाइक ए रोबोट एक बार आपने डिसाइड कर लिया ये मेरा स्टॉक लॉस है ये मेरा टारगेट है तो बस उसको फॉलो कीजिए अगर प्रॉफिट होता है तो वहां एग्जिट करिए या stop loss सेट होता है, तो स्टॉप लॉस को एक्सेप्ट करिए और सौदा काट दीजिए। एवरेज मत करिए कि, थोड़ा ऊपर चला जाएगा तो निकल जाऊंगा।

  2. Set Your Daily Limit loss

    रूल नंबर दो सेट योर डेली लिमिट लॉस मतलब हमें एक अमाउंट अपने मैन में रखना है कि, एक दिन में इससे ज्यादा लॉस हमें नहीं होना चाहिए। जो बिजनेस होते हैं वो दिन की शुरुआत में सोचते हैं कि, उस दिन कितना मिनिमम प्रॉफिट होना चाहिए? लेकिन जो एक  ट्रेड होता है उनका टारगेट लॉस्ट साइड का होता है मतलब वो डिसाइड करते हैं की उनका डेली लिमिट लॉस कितना होना चाहिए

    फॉर एग्जांपल किसी का 5000 डेली लिमिट लॉस है इसका मतलब वह ₹5000 हमारे रिस्क लेने को तैयार है अगर लॉस इससे ज्यादा होता है तो वो उसे दिन ट्रेडिंग बंद कर देगा। इसके पीछे का लॉजिक समझिए प्रॉफिट हमारे हाथ में नहीं है ऐसा थोड़ी है आज हम सोच कर जाएं हमें 10,000 का प्रॉफिट होना चाहिए तो आज 10,000 का प्रॉफिट ही हो जाए नहीं ऐसा तो बिल्कुल नहीं होता। पर अगर हम ये सोच कर हमसे 5000 का रिस्क लेंगे इससे ज्यादा रिस्क नहीं लेंगे।

    मतलब अगर लॉस होता है तो मैक्सिमम ₹5000 जाएंगे पर इससे ज्यादा लॉस होता है तो हम ट्रेडिंग उसे दिन बंद कर देंगे तो क्या ये पॉसिबल है आपको हानि होगी बिल्कुल पॉसिबल है। तो कंक्लुजन सामने ये आता है जो चीज हमारे कंट्रोल में है हमें उसे पर फोकस करना चाहिए ना की उन चीजों पर फोकस करना चाहिए जो हमारे कंट्रोल में नहीं है। अगर आप डेली लिमिट लॉस को सेट करते हो तो इससे आप ज्यादा दिन तक इस दुनिया में बने रहोगे वरना सारा कैपिटल एक दिन में लॉस कर जाओगे। क्योंकि आगे एक बिगनर होने के नाते हमें इस मार्केट में सरवाइव करना है और जो इस मार्केट में सरवाइव किया है उसने ही पैसा कमाया है।

  3. Treat stoploss as cost of doing business

    Rule नंबर 3 स्टार आपको trading with stop-loss को एक कॉस्ट ऑफ डूइंग बिजनेस के नजरिये से देखिए। जब भी हम कोई बिजनेस करते हैं तो हर बिजनेस में डेली और मंथली एक्सपेंसेस होते हैं। लाइक लेबर सैलरी एक्सपेंडिचर ईटीसी और हम सभी को पता है ट्रेडिंग एक बिजनेस है लाइक आदर बिजनेस।

    यहां मैं ट्रेडिंग में कोई कॉस्ट देना नहीं पड़ता ना लेबर चार्ज लगते हैं ना रेंट लगते हैं ना दे तू दे एक्सपेंसेस लगते हैं बस कुछ बेसिक नीड होता है लाइक लैपटॉप और कंप्यूटर विथ इंटरनेट कनेक्शन जो की सबके पास ऑलरेडी प्रॉफिटेबल नहीं होता। risk management in day trading एक बहुत ही जरुरी नियम होता है।

  4. Do not over trade

    Do not extra trading
    Do not extra trading

    पहले हमें बिजनेस को टाइम रोजाना आपको दिन में सिर्फ एक ट्रेड या दो ट्रेड लेना है। उससे ज्यादा ट्रेड नहीं लेना है। बिजनेस स्टार्टिंग फेज में दिन में मल्टीपल ट्रेड्स लेते हैं। वो सुबह 9:30 से दोपहर 3:30 तक 10 से 20 ट्रेड ले लेते हैं। वह सोचते हैं कि, जितना ट्रेड वो लेंगे उतना उनका प्रॉफिट होगा।

    लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है, ट्रेडिंग में आप एक दिन में जितना कम ट्रेड लोगे उतना आपके लिए अच्छा होगा। आपको कम से कम ट्रेड लेना है, पर क्वालिटी ट्रेड लेना है। आपकी ट्रेडिंग स्ट्रैटेजिक (beginner day trading tips) अकॉर्डिंग ट्रेडिंग हमारे 9 बजे से 6 तक के जॉब की तरह नहीं है। हमें अपने पूरे ऑफिस ओवर में एक्टिव रहना है।

    ट्रेडिंग ऐसा नहीं है हमें अपने स्ट्रेटजी के अकॉर्डिंग कम से कम ट्रेड लेना है। जैसे एक दिन में दो ट्रेड फिर प्रॉफिट हो या लॉस हो उस चीज को एक्सेप्ट करो और फिर मार्केट से निकल जाओ। ओवर ट्रेडिंग आपको तो नहीं पर आपके ब्रोकर को जरूर अमीर बना देगा।

  5. Keep away from social media while trading

    beginner day trading tips
    beginner day trading tips

    Rule number 5 मार्केट ओपन होता है, इस बीच आपको किसी भी प्रकार के सोशल मीडिया जहां आप ट्रेडिंग रिलेटेड से चैनल को फॉलो करते हो उनसे आपको दूर रहना है, क्योंकि सोशल मीडिया आपको डिस्ट्रिक्ट कर सकता है। उदाहरण के लिए मान लीजिये कि, आप निफ़्टी में अपने स्ट्रेटजी या एनालिसिस के आधार पर एक अच्छा लॉन्ग पोजीशन बनाते हो।

    और आप अभी प्रॉफिट में हो मार्केट ऊपर जा रहा है फिर क्या होता है? आप अपने सोशल मीडिया अकाउंट को ओपन करते हो और वहां कोई ज्ञानी पोस्ट करता है कि, मुझे निफ़्टी बियरिश दिख रहा है अब मैं यहां शॉर्ट करूंगा और जब आप यह पोस्ट देखते हो तो आप कंफ्यूज हो जाते हो। अब आपको क्या करना है और आप डर के मारे अपने पोजीशन को क्लोज कर देते हो।

    आप सोचते हो कि, वो एक एक्सपर्ट है उसने जो बोला हो सकता है वो सही हो जाए। लेकिन बाजार के अंत तक आप देखते हो ऐसा कुछ नहीं हुआ। आप सही थे आप सही डायरेक्शन में ट्रेड कर रहे थे लेकिन सोशल मीडिया की वजह से आप डर के कारण गलत डिसीजन ले लेते हो। देखिए यह सबकुछ आप एक्चुअली सीख सकते हो खुद को ट्रेन करके।

  6. Maintan a trading jurnal

    एक ट्रेडर खासकर day trader हमेशा ही ट्रेडिंग जर्नल बना कर ही live market में ट्रेडिंग का प्रयास करता है। ट्रेडिंग जर्नल का सीधा-सा मतलब आपको एक रिकॉर्ड कीपिंग बुक मेंटेन करना है। जिसमें आपको हर चीज नोट करना होता है जैसे कि, आपने कितने ट्रेड लिए? कितने लाभदायक ट्रेड लिए? और कितने लॉस मेकिंग ट्रेड ली है? कितना प्रॉफिट था? कितना लॉस था?

    किस आधार पर आपने ट्रेड लिया? किस पैटर्न पर आपने ट्रेड लिया? ये सबकुछ आपको एक बुक (Book) में मेंटेन करना है और आपका ट्रेड पूर्ण होते ही सब कुछ बंद कर देना चाइये। आपको इस बुक को बार-बार देखना है कि, कहां आप गलत हो? तो आपको ट्रेडिंग जनरल के अनुसार ही काम करना चाहिए।

Outro

इसके साथ ही हमने अपने अन्य ब्लॉग के माध्यम से भी Day trading strategies की सम्पूर्ण जानकरी भी बताई हुयी है। तो कृपया उन लेखो से भी सीखने का प्रयास करे। इसके साथ ही हम उम्मीद करते है कि, आपको इस लेख से थोड़ी इनफॉरमेशन जरूर मिली होगी।

अगर आपको लेख इनफॉर्मेटिव लगी तो लेख को अपने ट्रेडर भाइयो के साथ जरूर साझा करें। आपसे मिलते हैं नेक्स्ट ब्लॉग पोस्ट में तब तक के लिए बेस्ट ऑफ लक।

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