नमस्कार दोस्तों, इस लेख में हम आज के ज़माने की सबकी पसंदीदा विषय जो है कि Intraday trading niyam और इससे जुडी 7 tips & strategies for intraday trading के बारे में विस्तार से और सटीक जानकारी देंगे।
इंट्रा डे ट्रेडिंग को अक्सर लोग डे ट्रेडिंग के नाम से भी जानते है। लेकिन आपको सबसे पहले यह समझना होगा कि आप इंट्रा डे ट्रेडिंग करना चाहते है या डिलीवरी ट्रेडिंग यह आपके समय पर निर्भर करता है।
इन दोनों ट्रेडिंग सेगमेंट के कुछ अपने फायदे और नुकसान है। कुछ लोग इसे अत्यधिक लाभदायक होने का तर्क देते हैं, जबकि उनमें से अधिकांश लोग इसे अत्यधिक जोखिम भरा बताते हैं। इसलिए आपके लिए बेहतर होगा कि आप इस लेख के इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम को गंभीरता से पढ़े।
इंट्रा डे ट्रेडिंग क्या है? – Intraday Trading in Hindi
इंट्रा डे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग के नाम से भी जाना जाता है। इंट्रा डे ट्रेडिंग में हमें किसी भी कंपनी के शेयर या सिक्योरिटीज को एक ही दिन में खरीदना और बेचना होता है।
इंट्रा डे ट्रेडिंग सोमवार से लेकर शुक्रवार तक सुबह 9 बजकर 15 मिनट से दोपहर के 3 बजकर 30 मिनट तक होता है। अगर कोई ट्रेडर 3 बजकर 30 मिनट पर अपना ट्रेड समाप्त नहीं कर पाता है तो ब्रोकर खुद ही उस ट्रेड को स्क्वायर ऑफ कर देता है।
इंट्रा डे ट्रेडिंग का उद्देश्य कम समय मे लाभ अर्जीत करना है। इंट्राडे ट्रेडिंग अधिक जोखिम वाले व्यापारियों के लिए उपयुक्त है। इंट्रा डे ट्रेडिंग करने से पहले इसे अच्छे से प्रैक्टिस और अपने फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह के बाद ही करे।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?
- इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए आपको सबसे पहले किसी बड़े ब्रोकर जैसे कि ज़ेरोधा, में एक ट्रेडिंग खाता खोले।
- अपने ट्रेडिंग खाते में कुछ पैसो को डिपोसिट करे और साथ ही बाजार के रुझान की पहचान करने के लिए डेली चार्ट, मूविंग एवरेज जैसे टेक्निकल इंडीकेटर्स को सेट करे।
- इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए बेहतर स्टॉक्स का चयन करे।
- अपने रिसर्च के अनुसार ट्रेड में एंट्री ले साथ ही अपने लॉस को ध्यान में रखते हुए स्टॉप लॉस सेट कर ले।
- बाजार के ट्रेंड पर नज़र बनाये रखे और अपनी ट्रेडिंग रणनीति के अनुसार अपने लाभ या हानि को बुक करे। ट्रेड के दौरान डर और लालच को अपने ऊपर हावी ना होने दे।
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इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम – top 7 intraday trading niyam
डे ट्रेडिंग बहुत ही स्ट्रेस्फुल, हाई रिस्क, भावनाओ का एक ही समय पर समावेश होने के कारण बहुत लोग फ़ैल हो जाते है।
1) ट्रेडिंग में उसी पैसो का उपयोग करे, जिसे आप खोने के लिए तैयार हो।
शेयर मार्केट में अपनी पूँजी को लगाने से पहले आपको अपनी स्किल्स को अच्छे से निखारना होगा।
क्योकि अक्सर नए ट्रेडर्स स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के बाद कुछ लाभ प्राप्त करते ही, अपना सारा पैसा लगा देते है।
आपको अपने पैसो को बड़ी ही सावधानीपूर्वक कुछ-कुछ प्रतिशत के रूप में निवेश करना होता है। ताकि आपको थोड़े थोड़े लॉस ही हो। जिसकी वजह से आप मार्केट में लम्बे समय तक ट्रेडिंग कर सके।
जब आप ट्रेडिंग को अपने रणनीति के अनुसार बार-बार करते है, तभी आप एक अनुभवी ट्रेडर की तरह अपने नुक्सान के बारे में जागरूक होते जाते है।
किसी भी ट्रेडर को अपने उसी पैसो को ट्रेडिंग में लगाना चाहिए जिसे ट्रेडर खोने के लिए तैयार हो।
ट्रेडर को स्मार्ट तरीके से अपने ट्रेड के दौरान बनाये गए प्रॉफिट को अलग से किसी अच्छे स्टॉक्स में लम्बे समय तक के लिए निवेश करते रहना चाहिए।
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2) ट्रेडिंग के दौरान मार्केट आर्डर के बजाय लिमिट आर्डर में पोजीशन ले।
जब भी हम किसी भी शेयर में ट्रेड करते है तब हम शेयर को लिमिट या मार्केट आर्डर में खरीदते है तब शेयर वर्तमान मार्केट वैल्यू पर तुरंत ही ख़रीदा या बेचा जाता है।
जब मार्केट में एक ही समय पर खरीददार और विक्रेता उपलब्ध होते है। तब मार्केट आर्डर की बजह से तुरंत ही ट्रेड पूरा हो जाता है।
लिमिट आर्डर में जब शेयर का भाव हमारे द्वारा अंकित मूल्य में जब मार्केट पहुंचेगा तब ही वह ट्रेड पूरा हो पायेगा। लिमिट आर्डर से हम अपंने द्वारा निश्चित मूल्य पर खरीद सकते है।
मार्केट आर्डर अधिक वोलेटाइल स्थितियों के समय में शेयर के मूल्यों का स्पष्ट तस्वीर नहीं दिखाते है। इसीलिए जब कभी मार्केट क्रैश या कंपनी के ग्रोथ में कमी आये तो हमें लिमिट आर्डर में ही शेयर को खरीदना चाहिए।
3) कोई ट्रेड ना करना भी एक ट्रेड है।
जब हम ट्रेडिंग के दौरान लगातार प्रॉफिट या लॉस करने लगते है तब हम ट्रेडिंग प्रोसेस को ध्यान में ना रखकर ओवरट्रेडिंग करने लगते है। इसलिए हमें अपने मानसिक व्यवहार को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए।
कोई ट्रेड ना लेना भी एक प्रकार से ट्रेड ही कहलाता है। ऐसा करने के लिए आपको अपने मस्तिष्क पर काबू रखना होता है। आपको ट्रेडिंग के लिए एक निश्चित समय का चुनाव करके ही ट्रेड लेना चाहिए।
अपने सेटअप के अनुसार ट्रेड करने से आपको प्रॉफिट या लॉस के बाद संतुष्टि रहेगी। इससे भी आप ओवरट्रेडिंग से बच पाएंगे।
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4) ट्रेड लेने से पहले ही ट्रेडिंग प्लान तैयार रखे।
ट्रेडिंग करने से पहले सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आप ट्रेडिंग प्लान तैयार रखे। आपको शेयर बाजार में ट्रेडिंग के बेसिक्स को ध्यान में रखना होता है।
आप सभी प्रकार के स्ट्रैटजी को अपने ट्रेड में फिट करते हुए रणनीति बनाए। साथ ही आपको अपने ट्रेड की बैक टेस्टिंग करते रहना चाहिए।
आप जब रियल मनी के साथ ट्रेड करे तो नुक्सान कम से कम हो। इससे आपको यह मालूम रहेगा कि कौंन सी स्ट्रैटजी किस टाइम फ्रेम के साथ ज़्यदा एक्यूरेट है। डेमो ट्रेडिंग से भी आप अपने रियल ट्रेड में बेहतर लाभ प्राप्त कर सकते है।
5) आज के दिन की मार्केट सेंटीमेंट के रुझान के साथ ट्रेडिंग करे।
आज के दिन की ट्रेडिंग की शुरुआत में आपको सबसे पहले अपना होमवर्क तैयार रखना होगा। जिस प्रकार स्कूल कॉलेज में आप अपना होमवर्क करके जाते थे और अच्छे परिणाम अर्जित करते थे, उसी प्रकार से शेयर मार्केट में भी ट्रेडिंग के दौरान आपको अपना होमवर्क करने के बाद ही कोई ट्रेड लेना चाहिए।
आप जब भी ट्रेड करें तो अपनी रणनीति के अनुसार चेकलिस्ट तैयार करें और जब आपकी रणनीति सही और सटीक बैठे तब अपने चेक लिस्ट में टिक मार्क करते जाएं।
तो चलिए अब हम कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे, जिससे आपको ट्रेडिंग के दौरान रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।
- जिस भी टाइम फ्रेम पर आप ट्रेड ले तो उसके ऊपर के टाइम फ्रेम का चार्ट देखें।
- जब भी आप चार्ट देखें तो उसमें कंपनी के ओवर ऑल ट्रेंड को भी देखें।
- ओवरऑल ट्रेंड के साथ ही कंपनी के लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म दोनों ही प्रकार के ट्रेंड को पहचान का प्रयास करें।
- आपको निफ़्टी और डाउ जॉन्स दोनों के ट्रेंड पर नजर रखनी है।
- अपने चार्ट पर मेजर सपोर्ट और रेजिस्टेंस को प्लॉट करें।
- आप जिस कंपनी ट्रेडिंग कर रहे हैं उसका कोई रिजल्ट, घोषणा, क्रेडिट पॉलिसी या फिर किसी राज्य के चुनाव के नतीजे आदि बड़े इवेंट के बारे में आपको पता होना चाहिए।
6) बाजार की खबरों के प्रति सेंसिटिव शेयर का ही चयन करे।
एक स्मार्ट ट्रेडर बनने के लिए आपको अच्छे स्टॉक का चयन करना जरूरी है। आपको कंपनी के मैनेजमेंट, कंपनी का ट्रैक रिकॉर्ड, बैलेंस शीट, एसेस्ट आदि चीजों पर ध्यान देना चाहिए।
पहले यह निश्चित करने की आपको किन किन कमजोर कंपनियों से दूर रहकर ट्रेडिंग करनी है। जब भी आप स्टॉक सेलेक्ट करें तब NSE की ऑफिशल वेबसाइट में जाकर आप आज के दिन के टॉप गैनर्स और लूजर्स कंपनियों की लिस्ट जरूर देखें।
क्योंकि इस प्रकार के शेयर में अधिक वॉल्यूम, लिक्विडिटी के साथ हाई मोमेंटम भी होता है। इसके बाद आप इसी NSE की वेबसाइट से फ्री ओपन मार्केट में उपलब्ध कंपनियों को भी सेलेक्ट कर सकते हैं।
7) स्टॉप लॉस का सख्ती से पालन करे।
तो चलिए सबसे पहले हम यह समझते हैं की स्टॉप लॉस क्या होता है? जैसा कि स्टॉप लॉस अपने नाम से ही समझ आता है कि अपने लॉस को रोकना।
क्योंकि शेयर मार्केट में जब आपको अनलिमिटेड प्रॉफिट हो सकता है तो वहीं दूसरी ओर आपको अधिक लॉस भी हो सकता है।
मान लीजिए की जब आपको किसी शेयर में ट्रेडिंग करना है और उसे समय उसका भाव ₹100 चल रहा हो ऐसी स्थिति में आप ₹90 के भाव पर अपना स्टॉप लॉस लगते हैं।
तो इससे यह होगा कि अगर शेयर का भाव ₹100 से आगे की ओर बढ़ता है तो आपको प्रॉफिट होगा लेकिन जब इसका भाव ₹100 से घटकर ₹90 चला जाता है तो आपको सिर्फ ₹10 का ही प्रत्येक शेयर के हिसाब से नुकसान होगा।
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निष्कर्ष :-
इस लेख मे “इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम” और इससे जुडी Important Tips and Strategies जो कि आपको इंट्रा डे ट्रैडिंग के दौरान आपको बहुत अच्छी एक्यूरेसी प्राप्त कर सकते हो। इन सातों बिन्दुओ की लगातार प्रयास से आपकी ट्रैडिंग रणनीति मजबूत होगी।
FAQ
Q.1 इंट्राडे में हम कितनी बार खरीद और बेच सकते हैं?
इंट्रा डे ट्रैडिंग मे हम किसी भी शेयर मे ट्रैडिंग के दौरान जितनी बार हमारी इच्छा हो उतनी बार हम शेयर को खरीद और बेच सकते हैं। लेकिन आपको वित्तीय उद्योग विनियमन प्राधिकरण (एफआईआरएनए) के नियमों को भी ध्यान मे रखना चाहिए।
Q.2 इंट्राडे में कितना चार्ज लगता है?
शुरुआती लोगो को यह मालूम होना चाहिए कि इंट्रा डे के दौरान लगाया जाने वाला ब्रोकरेज अलग अलग ब्रोकर के हिसाब से अलग अलग हो सकता हैं। जीरोधा इंट्रा-डे ट्रेडों के लिए प्रति निष्पादित ऑर्डर ब्रोकरेज के लिए 20 रुपये या 0.03% (जो भी कम हो) चार्ज करता है।
Q.3 इंट्राडे में शेयर खरीदने का सही समय क्या है?
भारतीय शेयर बाजार में इंट्रा डे ट्रेडिंग का समय रोजाना सुबह 9.15 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक रहता है। ट्रेडिंग समय के अनुसार अगर आपने ट्रेड लेने के बाद उसे बेचना भूल गए तो आपका ब्रोकर दोपहर 3:30 बजे जो भी भाव चल रहा होगा उसी भाव पर ऑटोमेटिक ही बेच देगा।
Q.4 यूट्यूब से ट्रेडिंग कैसे सीखें?
यूट्यूब के माध्यम से ट्रेडिंग सिखने का रामबाण उपाय निम्नलिखित टुटोरिअल्स है। इसके साथ ही आप अपने एरिया के अनुभवी ट्रेडरो की मदद से भी या ब्रोकर के पास जाकर सिख सकते हैं। कुछ मत्वपूर्ण यूट्यूब चैनल के प्लेलिस्ट निम्नलिखित हैं।
(1) Intraday Trading Full Course 6 Hourse Training For Beginners
(2) Intraday Trading For Beginners by neeraj joshi
(3) Learn2trade by vivek bajaj
(4) Trading Options Using RSI by Malkanview
(5) Technical Analysis for Beginners in Stock Market
Q.5 इंट्रा डे के लिए बेस्ट स्टॉक कैसे चुनें?
जब भी आप स्टॉक सेलेक्ट करें तब NSE की ऑफिशल वेबसाइट में जाकर आप आज के दिन के टॉप गैनर्स और लूजर्स कंपनियों की लिस्ट जरूर देखें। इंट्रा डे के लिए बेहतर स्टॉक के लिए आप ऐसे शेयर को चुने जो आज के दिन की मार्केट सेंटीमेंट के रुझान के हिसाब से सेंसिटिव हो और पहले यह निश्चित करने की आपको किन किन कमजोर कंपनियों से दूर रहकर ट्रेडिंग करनी हैं।
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