इस लेख के माध्यम से हम आपको technical analysis and fundamental analysis difference के बारे मे सरल तरीके से समझाने का प्रयास किया है। जब भी हम Stock market analysis methods की बात करते है तो उसमे Technical analysis vs fundamental analysis की ही चर्चा की जाती है।
हेलो दोस्तों, क्या आप जानना चाहते हो कि, टेक्निकल एनालिसिस क्या है? फंडामेंटल एनालिसिस क्या है? और दोनों में अंतर क्या है? अगर आपको लंबे समय के लिए निवेश करना है तो कौन-सा एनालिसिस करना चाहिए? कौन सा एनालिसिस बहुत आसान होता है?
तो दोस्तों मैंने इस लेख में बहुती अलग और आपको समझ आ जाए ऐसे तरीके से समझाया है। तो चलिए बिना किसी देरी के इस लेख को स्टार्ट करते हैं।
technical analysis kya hai

दोस्तों जब आपको सर्दि-खासी हो जाती है और आप डॉक्टर के पास जाते हो, तो डॉक्टर क्या करता है? डॉक्टर आपसे पूछेगा और आपको देखेगा फिर वह आपको कुछ दवाईया देगा और कहेगा कि, आप इसे खा लीजिए आप ठीक हो जाओगे।
तो देखिए दोस्तों यहां पर डॉक्टर एक अनुमान लगा रहा है कि, पहले किसी को सर्दि-खासी हुई थी और तब उसने ये दवाइयां उसे दी थी। तो उससे आप ठीक हो गया था। तो इस बार भी वो आपको वही दवाया देके अनुमान लगा रहा है कि, आप भी ठीक हो जाओगे लेकिन हर बार ऐसा ही होगा ये फिक्स नहीं होता है।
दोस्तो ऐसे ही share market में जो हम अनुमान लगाने के लिए जो analysis करते हैं उसे technical analysis कहते हैं, तो दोस्तो technical analysis में chart, volume, support and resistance, moving average और कुछ indicators का analysis करना होता है। जिससे आपको अनुमान लगाने में आसानी रहती है।

तो दोस्तो technical analysis में हम मानते हैं कि, इतिहास अपने आपको दोहराता है। तो हम मानते हैं कि इतिहास अपने आपको दोहराता है तो हम मानते है कि, पहली बार जब ऐसा हुआ था, तब तब ऐसा हुआ, तो जब ऐसा होगा, तो फिर से ऐसा ही होगा।
तो देखिए, pattern को जो लोग analysis करते हैं तो वो मानते है कि, जब इस प्रकार का pattern पहले बनी थी तब share ऊपर गया था या नीचे गया था। तो अब फिर से जब ऐसा ही pattern बनेगी, तो फिर से वो लोग अनुमान लगाते के या ऊपर जाएगा या नीचे जाएगा। तो बस सीधा सा यही फंडा होता है हर बार यह सही होगा यह शोरिटी नहीं रहती। इसमें 50-50% चांस रहता है यह चीज हो भी सकता है या नहीं भी हो सकता है।
fundamental analysis kya hai

तो दोस्तों मान लीजिये कि, आपको जब पहली बार दवाइयां दी थी। तो वो दवाइयां खाने के बाद भी आप सही नहीं हुए। उसके बाद आप फिर से डॉक्टर के पास जाते हो, तो डॉक्टर आपको कहेगा कि, आप कुछ टेस्ट करवा लिजिए। फिर डॉक्टर आपके टेस्ट रिपोर्ट को देखने के बाद आपको जो दवाईया देगा। तो यहाँ पर 100% चांस है कि, आप ठीक हो जाओगे।
बताइए ऐसा क्यों? क्योंकि आपके पूरे शरीर का रिपोर्ट अब उसके पास है। वो रिपोर्ट को पढ़के डॉक्टर को समझ आ रहा है कि, आपको कौन सी दवाईया काम करेगी। तो ऐसे ही दोस्तों share market में अगर आप किसी भी company का detail में, जो analysis करते हो उसे fundamental analysis कहते हैं।
दोस्तों fundamental analysis में company का annual report, company का balance sheet, profit and loss statement, cash flow statement और कुछ financial ratio का analysis करना होता है।
तो जब आप किसी भी company का fundamental analysis करते हो, तो आपको उस company की हर एक detail के बारे में पता चल जाता है कि, वो company का business क्या है? वो company कमाती कैसे है? उस company का product क्या-क्या है? और भी बहुत कुछ।
दोस्तो जब आप fundamental analysis करके किसी भी company में निवेश करते हो, तो वहाँ पर 100% chance होता है कि, आपके निवेश की amount में आपको नुकसान नहीं होगा।
technical analysis and fundamental analysis difference

- तो दोस्तो technical analysis trader लोग करते है trading करने के लिए।
- fundamental analysis investor लोग करते है लम्बे समय तक निवेशित रहने के लिए।
- investing करने के लिए दोनो analysis का अपनी अपनी limit यानि की सीमाएं होती है।
- कोई भी analysis सही या गलत नहीं होता है बस वह आपके ऊपर निर्भर करता है कि, आपको उसे कैसे यूज करना है।
- अगर निवेश करना है तो आपको फंडामेंटल एनालिसिस करना पड़ेगा।
- अगर आपको ट्रेडिंग करना है तो आपको टेक्निकल एनालिसिस करना पड़ेगा।
fundamental analysis example
दोस्तों मैं तो आपको बोलूंगा कि, आपको हमेशा फंडामेंटल वाली बेस्ट कंपनी में निवेश करना चाहिए क्योंकि देखिए लंबे समय में अच्छी कंपनी का ग्रोथ होता ही है साथ में उसकी शेयर प्राइस भी बढ़ती है।
यहां पर आप देखिये, रिलाइंस कंपनी का चार्ट है अगर आपने पांच साल पहले निवेश किया होता। तो आज आपके निवेश किए हुए पैसे पर आपको तीन गुने से भी ज्यादा रिटर्न मिल चुका होता।

साथ में आप यह भी देख पा रहे होंगे कि, इस कंपनी के चार्ट में कितना उतार-चढाव आ रहा था। तो अगर आप शोर्ट-टर्म के लिए निवेश करते और इसमें ट्रेडिंग करना चाहते तो कभी आपको प्रोफिट हो सकता था तो कभी आपको लोस हो सकता था। लेकिन अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करते तो आपको हमेशा प्रोफिट ही होता।
Outro
तो दोस्तों आपको अब समझ आ गया होगा कि, आपको कौन-सा एनालिसिस करना चाहिए? Technical vs fundamental trading strategy के अंदर हम Difference between technical and fundamental analysis का उपयोग के साथ-साथ example के माध्यम से भी सिखाने का प्रयास किया है।
दोस्तों आगे से फंडामेंटल एनालिसिस पर ही लेख आने वाली है। तो अभी तक आपने हमारी वेबसाइट को सब्सक्राइब नहीं किया है, तो जल्दी से कर लीजे ताकि भविष्य में आने वाले लेख आपको सही समय पर मिल जाए।
दोस्तों अगर आपको शेयर मर्किट को शुरुवात से सीखना चाहते हो, तो आपको हमारे वेबसाइट के बाकी लेखों को भी पढ़ना चाहिए। तो चलिए दोस्तों मिलते हैं अगली लेख में। तब तक के लिए जय हिंद।
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