इस लेख में हमने cryptocurrency me swing trading kaise kare इसकी पूरी जानकारी के साथ cryptocurrency में स्विंग strategy तथा swing vs day trading में प्रमुख अंतर को बताया है।
cryptocurrency swing trading
जिस प्रकार से शेयर बाजार में स्विंग ट्रेडिंग करते हुए अच्छा खासा मुनाफा अर्जित करते हैं। इस प्रकार आप क्रिप्टो करेंसी की दुनिया में भी स्विंग ट्रेडिंग करते हुए अपने लाभ के प्रतिशत को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं। क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग के दौरान छोटे-छोटे उतार चढ़ाव का लाभ उठाने का प्रयास एक ट्रेंड को करना चाहिए।
स्विंग ट्रेडिंग क्रिप्टोकरंसी के दौरान अधिक वोलेटाइल स्थिति होने की वजह से अगर आप बाजार की सही दिशा का अनुमान लगाकर ट्रेडिंग करते हैं, तो क्रिप्टो मार्केट में आप अच्छा मुनाफा भी कमाते हैं। हम इस लेख में Cryptocurrency Swing Trading Tips को भी बताने का प्रयास किये है।
cryptocurrency me swing trading kaise kare
यहाँ हम कुछ स्टेप्स के माध्यम से cryptocurrency me swing trading kaise करना है। उसका विस्तार से चर्चा किये हुए है। जो निम्नलिखित है।
- क्रिप्टो में स्विंग ट्रेडिंग करना मुझे सबसे सेफ और सबसे बेस्ट लगता है। आप अपना टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करके अपनी अच्छी तरीके से ट्रेड करके लाभ कमा सकते है। तो आपको यहां पर क्या करना पड़ता है जैसे कि, आप वन डे की ट्रेडिंग कर रहे हो तो वन डे की ट्रेड में इंट्राडे ट्रेड के अंदर आपको वन डे के अंदर ही अपनी ट्रेड को क्लोज करना होता है। प्रॉफिट या फिर चाहे लॉस जो भी है उसको बुक करके निकलना होता है।
- स्कैलपिंग के अंदर में आपको 5 सेकंड के अंदर, 5 मिनट के अंदर और 15 मिनट के अंदर ऐसे करके अलग-अलग प्रकार का टाइम जोन होता है उस टाइम जोन के अंदर ही आपको ट्रेड करके प्रॉफिट को बुक करना रहता है या नुकसान में ही ट्रेड को क्लोज करना होता है।
- लेकिन वहीं पर अगर हम बात करें स्विंग ट्रेडिंग की तो स्विंग ट्रेडिंग के अंदर में आप जो किसी भी क्रिप्टो है उसका जो चार्ट होता है वो बड़ा टाइम फ्रेम में देखते हैं मतलब आज के डेट में अगर आप स्विंग ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आप वन डे के या फिर one week के या फिर one month के चार्ट को ही देखेंगे।
- स्विंग ट्रेडिंग में आपको यहां पर कुछ दिनों के लिए या फिर कुछ हफ्तों के लिए आप किसी भी क्रिप्टो को होल्ड कर सकते हो। Crypto Swing Trading Guide की तरह इस लेख को हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे है।
- टारगेट को अचीव करने के लिए मान लीजिये कि, आपका एक टारगेट है कि आज किसी कॉइन की प्राइस है 10$ के आस-पास है और आप यहां से एक्सपेक्ट कर रहे हो कि, आने वाले कुछ सप्ताह के अंदर में इसके अंदर हमें अच्छा जंप या उछाल देखने को मिल सकता है।
- अगर टेक्निकल एनालिसिस आपने किया है और उसका जो चार्ट है वो बहुत ज्यादा बुलिश दिखाई दे रहा है और आपको लगता है आने वाले वीक के अंदर आने वाले दो चार दिन के अंदर में इसके अंदर हमें एक अच्छा खासा उछाल देखने को मिलेगा तो आपको जरूर उस क्रिप्टो में स्विंग ट्रेडिंग करनी चाहिए।
crypto day trading vs swing trading
नीचे हमने एक टेबल के माध्यम से अलग-अलग प्रकार के बिन्दुओ के माध्यम से क्रिप्टो डे ट्रेडिंग और क्रिप्टो स्विंग ट्रेडिंग के बीच प्रमुख अंतर को समझाने का प्रयास किये हुए है, जो कि निम्न्वत है।
बिंदु | क्रिप्टो डे ट्रेडिंग। | क्रिप्टो स्विंग ट्रेडिंग। |
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समय सीमा। | एक दिन के अंदर ही ट्रेड होते हैं। ट्रेडर जब चाहें दिनभर में कई बार ट्रेड कर सकते हैं। | क्रिप्टो में स्विंग ट्रेड कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक हो सकते हैं। |
ट्रेडिंग की संख्या। | दिनभर में कई बार ट्रेडिंग के अवसर। | पूरे सप्ताह के दौरान सीमित ट्रेड। |
रिस्क और अस्थिरता की स्थिति। | अधिक रिस्क होता है क्योकि ट्रेडर क्रिप्टो के बहुत छोटे बदलावों का भी लाभ उठाना चाहता है। | कम रिस्क होता है क्योकि स्विंग ट्रेडिंग में बदलाव के लिए ज़्यदा समय की आवश्यकता होती है। |
मानसिक समय। | अत्यधिक ध्यान, समय और ट्रेडिंग के अनुभव के साथ-साथ जोखिम के प्रबंधन की भी आवश्यकता होती है। | थोड़ा कम ध्यान और सरल रणनीति की आवश्यकता होती है। |
मार्केट की अस्थिरता। | डे ट्रेडिंग में क्रिप्टो के तेज उतार-चढ़ाव को तुरंत उपयोग में लाना पड़ता है। | अस्थिरता के दौरान लाभ समय के साथ लिया जाता है, छोटे उतार-चढ़ाव से बचते हुए। |
टेक्निकल एनालिसिस। | मुख्य रूप से टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग, चार्ट और संकेतक। | टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस दोनों का उपयोग किया जाता है। |
best crypto swing trading strategy
स्विंग ट्रेडिंग में खास करके क्रिप्टो शोइंग ट्रेडिंग के दौरान एक ट्रेंड एक ट्रेड से दूसरे ट्रेड के बीच होने वाले मूल्य के परिवर्तन को लाभ उठाने का प्रयास करता है जिसके लिए सही रणनीति और जोखिम के प्रबंधन का अनुभव होना उसे ट्रेड के लिए बहुत मायने रखता है। नीचे हम सबसे अच्छी और कारगर रणनीति का विश्लेषण किया है।
तकनीकी विश्लेषण का उपयोग।
टेक्निकल एनालिसिस के अंदर आप सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले इंडिकेटर जैसे कि, Moving Average, MACD तथा RSI का उपयोग करते हुए क्रिप्टो के अंदर भी अच्छी रणनीति पैदा कर सकते हैं। मूविंग एवरेज के अंतर्गत आपको 50 दिन से लेकर 200 दिनों के लाइन को फॉलो करना है। जब भी 50 दिन वाला मूविंग एवरेज की लाइन 200 दिनों के मूविंग एवरेज को ऊपर की तरफ क्रॉस कर देता है। तो इसे बुलिश क्रॉसओवर का सिग्नल मानते हुए, आपको उस ट्रेड को खरीद लेना होता है।
इसी प्रकार जब RSI का मान 70 से अधिक होता है, तो यह उसे स्टॉक ओवरबॉट स्थिति को दर्शाने का काम करता है और जब यही RSI का मान 30 से नीचे हो। तो इसका मतलब यह होता है कि, वह ओवर सोल्ड स्थिति में आ चुका है और अब यहां से कभी भी बाजार की दिशा बदल सकती है। हमारे वेबसाइट के माध्यम से आप Swing Trading Tutorial की playlist को भी पढ़कर आप अपने टेक्निकल एनालिसिस में सुधार कर सकते है।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल।
सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली रणनीति स्विंग ट्रेडिंग में सपोर्ट और रेजिस्टेंस के लेवल को ही मानी जाती है। क्योंकि सपोर्ट वह लेवल होता है, जहां से किसी भी क्रिप्टो की मूल्य गिरने के बाद वापस ऊपर की ओर बढ़ सकती है तथा रेजिस्टेंस पहले वाला होता है। जहां इस क्रिप्टो की मूल्य बढ़ाने के बाद रखी जाती है। अधिकतर स्विंग ट्रेडर इसी सपोर्ट और रेजिस्टेंस के लेवल को अच्छे संकेत मानते हुए खरीदी और बिक्री के रणनीति को विकसित करते हैं।
सपोर्ट और रेजिस्टेंस का सही तरीके से उपयोग करते हुए सही बिंदुओं के पहचान करते हुए आप क्रिप्टो के अगले होने वाले बदलाव का पूर्वानुमान लगा सकते हैं। इसके साथ ही आप इन लेवल पर बार-बार ट्रैक करते हुए बार-बार लाभ कमा सकते हैं।
रिवर्सल स्ट्रैटेजी।
जब क्रिप्टो का मार्केट एकदम नीचे की ओर लगातार गिर रहा होता है, और अचानक से किसी एक पैटर्न के बनने के पश्चात उसमें रिवर्सल की उम्मीद होती है। तब ऐसी स्थिति में बाजार एक दिशा से दूसरी दिशा की ओर बदलने का संकेत प्रदान करता है। इसी संकट को रिवर्सल स्ट्रेटजी मानते हुए कई स्विंग ट्रेड इसका लाभ उठाते हैं। यह रणनीति तभी कारगर होती है।
जब किसी भी क्रिप्टोकरंसी का मूल्य एक निश्चित सपोर्ट और रेजिस्टेंस के आसपास पहुंचने के बाद टूटने वाला होता है। तब वह लगातार चल रहे ट्रेंड को बदलते हुए वहीं से रिवर्सल के संकेत देता है। इसके लिए आप इसको स्टोकस्टिक ऑस्किलेटर इंडिकेटर तथा RSI जैसे महत्वपूर्ण टेक्निकल इंडिकेटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
रिस्क मैनेजमेंट और स्टॉप लॉस।
रिस्क मैनेजमेंट और स्टॉप-लॉस जरूरी नहीं है कि, आप सिर्फ क्रिप्टोकरंसी के ट्रेडिंग में ही उपयोग करेंगे बल्कि यह हर एक प्रकार की ट्रेडिंग का पहला नियम होता है कि, आप अपने रिस्क का सही तरीके से मैनेजमेंट जरूर करें।
उदाहरण के लिए मान लीजिए कि, आपने एक क्रिप्टो करेंसी मैं बिटकॉइन को $100 पर खरीदा और उसे 95 डॉलर तक गिरने का आपका अनुमान रहता है तब ऐसी स्थिति में आपको 95 डॉलर की प्राइस पर स्टॉप लॉस ऑर्डर को सेट कर देना चाहिए ताकि आपको बहुत ही कम नुकसान हो। इसके साथ ही साथ आपको अपनी कुल पूंजी का कुछ ही हिस्सा एक ट्रेड में डालनी चाहिए। दो से तीन परसेंट का अधिक से अधिक रिस्क रिपोर्ट रेश्यो को मेंटेन करते हुए अपने मानसिक स्थिति को शांत बनाते हुए, अपने पोर्टफोलियो में लगातार धीरे-धीरे वृद्धि करते रहे।
Summary
इस लेख में हमने सिर्फ ट्रेडिंग का भरपूर इस्तेमाल क्रिप्टो के बाजार में किस प्रकार से करना है? इसका विस्तृत वर्णन किया हुआ है। इसके साथ ही हमने स्विंग ट्रेडिंग और डे ट्रेडिंग क्रिप्टोकरंसी के मार्केट में किस प्रकार से काम करते हैं? तथा आप किस प्रकार से क्रिप्टोकरंसी में स्विंग ट्रेडिंग करके चालक कमा सकते हैं? इसकी भी विधि को समझाया हुआ।
How to Profit from Crypto Swing Trading, Crypto Swing Trading with Technical Analysis, Crypto Swing Trading Indicators तथा सबसे बेस्ट क्रिप्टो ट्रेडिंग की स्ट्रेटजी जो कि आपको स्विंग ट्रेडिंग के दौरान एक प्रॉफिटेबल ट्रेड करने में आपको किस प्रकार की रणनीति का उपयोग करना इसका भी हमने इसलिए में जानकारी दी है।
अगर यह लेख आपको क्रिप्टोकरंसी की दुनिया में स्विंग ट्रेडिंग से संबंधित थोड़ी बहुत भी जानकारी मिली है। तो कृपया करके आप इस लेख को अधिक से अधिक अपने दोस्त बांधों के साथ साझा करें।
धन्यवाद।
FAQ
Q.1 क्रिप्टो में स्विंग ट्रेडिंग कैसे करें?
जब आप क्रिप्टो में स्विंग ट्रेडिंग करने का सोचते हैं तब उसके लिए आपको उसे क्रिप्टो का सही समय खरीदने या बेचने का तथा बाजार में उसके ट्रेंड तथा उतार-चढ़ाव को भी समझना हो जिसके लिए आप निम्नलिखित बिंदुओं का भी अनुसरण कर सकते हैं।
- सपोर्टर रेजिस्टेंस लेवल पर ट्रेडिंग करने का प्रयास करें।
- उसके प्रीवियस चार्ट पेटर्न ट्रेंड लाइन सी और एमएसडी जैसे महत्वपूर्ण टेक्निकल इंडिकेटर का उपयोग करते हुए ट्रेडिंग करनी चाहिए।
- बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टो करेंसी जिस्म भी आप ट्रेड करना चाहे उसके पुलिस या वायरस ट्रेंड को पहचानने का प्रयास करें उसके बाद ही निर्णय की आपको किस समय पर ट्रेडिंग करनी सही रहेगी।
Q.2 क्रिप्टो करेंसी में डिपॉजिट कैसे करें?
क्रिप्टो करेंसी मैं अपने पैसों को डिपॉजिट करने के लिए आपको निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करना होगा।
- आपको सबसे पहले बाजार में चल रहे कम टैक्स तथा अच्छी सर्विस वाले भरोसेमंद क्रिप्टो एक्सचेंज जैसे की बाइनेंस वजीरएक्स कॉइन बेस इत्यादि पर अकाउंट बनाना होता है।
- अकाउंट बन जाने के बाद आप उसमें लॉगिन करके डिपॉजिट वाले ऑप्शन को चुने।
- वॉलेट वाले क्षेत्र में आपको जिस भी क्रिप्टो में जैसे कि बिटकॉइन एथेरियम या अन्य किसी भी प्रकार के क्रिप्टो में ट्रेड करना है तो उसके लिए आपको वॉलेट ऐड्रेस प्राप्त करना होगा।
- आप जिस भी माध्यम से पेमेंट करना चाहे उसके पेमेंट वॉलेट या किसी अन्य एक्सचेंज से मिले हुए वॉलेट ऐड्रेस में डालने के बाद आप अपने क्रिप्टोकरंसी को भेज सकते हैं।
- जब एड्रेस सही तरीके से मैच हो जाए उसके बाद आप ट्रांसफर के बटन पर कंफर्म करें और थोड़ी ही देर में आप देखेंगे की जो आपका एक्सचेंज है उसके वॉलेट वाले क्षेत्र में आपको डिपॉजिट किया हुआ अमाउंट दिखने लगेगा।
Q.3 क्या लोग स्विंग ट्रेड क्रिप्टो करते हैं?
हां जरूर जितने भी अनुभवी क्रिप्टोकरंसी के थिएटर है, खास करके हुए अपने शुरुआती के क्रिप्टो करेंसी के बाजार में सबसे पहले स्विंग ट्रेडिंग क्रिप्टोकरंसी में ही करते हुए इसकी शुरुआत करते हैं, जहां से उन्हें समय के साथ अधिक लाभ भी प्राप्त होता है।
Q.4 क्या भारत में क्रिप्टो ट्रेडिंग की अनुमति है?
भारत सरकार क्रिप्टो करेंसी के लिए बार-बार विचार विमर्श करते रहे हैं। खास करके इसके टैक्स से संबंधित जितने भी प्रकार के नियम है। उनके लिए कई बार लंबी बहस भी चली है। लेकिन फिर भी आज भारत सरकार ने क्रिप्टोकरंसी के लिए कहानी कानूनी रूप से अनुमति प्रदान कर दी है लेकिन इसके लिए कोई एक स्पष्ट रूप से कंट्रोलिंग ढांचा बनाई नहीं गई है इससे सीधा सा मतलब है कि, फिलहाल में क्रिप्टो करेंसी पर किसी भी प्रकार का पूरी तरह से प्रतिबंध नहीं लगाया गया है।
Q.5 क्रिप्टो करेंसी का मालिक कौन है?
क्रिप्टो करेंसी का कोई भी एक मालिक नहीं होता, यही इसके सबसे बड़ी विशेषता है। यह एक प्रकार से ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पर चलने वाली सेंट्रलाइज्ड डिजिटल करेंसी के रूप में इसका लेन देन पूरी दुनिया भर में किया जाता है। इसका संचालन जितने भी उपयोग करता होते हैं उनके द्वारा ही नियंत्रित और इसे कार्यान्वित किया जाता है।
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