इस ब्लॉग में जानिए Fundamental analysis tools kaun se best hai ऐसे टॉप टूल्स जो स्टॉक्स का सही मूल्य आंकने और बेहतर निवेश निर्णय लेने में मदद करते हैं।
intro
दोस्तों अगर आप स्टॉक मार्केट में नई हैं तो आप लोगों ने ये कई बार सुना होगा कि किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले उसका फंडामेंटल अनालिसिस करना चाहिए? उसे के बाद ही उस कंपनी में इन्वेस्ट करना चाहिए।
तो चलो इस लेख में हम यही डिसकस करेंगे कि फंडामेंटल अनालिसिस क्या होता है और कैसे आप एक कंपनी के फंडामेंटल चेक कर सकते हैं।
undervalued vs overvalued

सिंपल लैंग्वेज में अगर हम बात करें तो fundamental analysis किसी भी company की health चेक करने का एक parameter होता है ऐसा जरूरी नहीं होता कि share का current price उसकी actual value दिखा रहा हो ऐसा हो सकता है कि वो market में overvalued या undervalued हो इसलिए इसको चेक करने के लिए fundamental analysis करना पड़ता है।
overvalued का मतलब है कि share की जितनी value होनी चाहिए market में उससे ज़्यादा value हो चुकी है अंडर वैल्यूड का मतलब है कि शेयर की जितनी वैल्यू होनी चाहिए मार्केट में उससे ज्यादा वैल्यू हो चुकी है अंडर वैल्यूड का मतलब है कि, मार्केट में उस शेयर की जितनी वैल्यू होनी चाहिए अभी उससे कम वैल्यू है तो कितनी वैल्यू होनी चाहिए इसे निकालने के लिए ही Fundamental analysis tools ही काम आता है।
investing vs trading

अब कुछ लोग ट्रेडिंग एन इन्वेस्टिंग में भी कंफ्यूज रहते हैं तो इसको अच्छे से समझने के लिए हमें समझना होगा difference between fundamental and technical analysis जो traders होते हैं। वो किसी stock को analyze करने के लिए technical analysis का use करते हैं और जो investors होते हैं वो fundamental analysis का use करते हैं।
- fundamental analysis में long term approach का use किया जाता है मतलब इस approach से जब shares को buy किया जाता है। उसमें shares को long term के लिए hold किया जाता है इसे investing बोला जाता है और technical analysis में short term approach का use किया जाता है। उसमें shares को long term के लिए hold किया जाता है इसे investing बोला जाता है।
- और technical analysis में short term approach का use किया जाता है जाने कि इस approach से जब shares को buy किया जाता है तो इसमें shares को hold नहीं किया जाता या बहुत कम time के लिए hold करके sell कर दिया जाता है इसे trading बोला जाता है।
- fundamental अनालिसिस में स्टॉक वैल्यू को इकोनॉमिक और फ़नेंशल फैक्टर्स के बेस पर अनलाइज किया जाता है टेक्निकल अनालिसिस में हिस्टोरिकल स्टॉक मूवमेंट का यूज़ करके फ्यूचर परफॉर्मेंस प्रेडिक्ट की जाती है।
- फंडामेंटल अनालिसिस में न्यू मार्केट इंफर्मेशन का यूज़ किया जाता है और टेक्निकल अनालिसिस में पास्ट परफॉर्मेंस को यूज़ करके डिसिजन लिया जाता है।
- Fundamental Analysis में Financial Statements का use किया जाता है और वही Technical Analysis में Charts पर Price Movement को analyze किया जाता है।
Fundamental analysis tools kaun se best hai

चलिए अब detail में discuss करते हैं कि, Fundamental Analysis के लिए किन tools का use किया जाता है? Share के actual price को निकालने के लिए investors इन tools का use करते हैं।
earnings investors
पहला है Earnings Fundamental Analysis के लिए investors को बहुत सी चीजें analyze करनी होती हैं। जिन में से पहली चीज है earnings investors को ये check करना होता है कि, company कितना profit generate कर रही है और future में क्या expectations है? कुछ हद तक earnings का impact भी long term में share के price पर पड़ता है।
जब company की report में profit ज्यादा होता है, तो market में उनके share का price भी increase होने के chances बन जाते हैं वहीं दूसरी तरह जब company की report में profit कम होता है, तो market में उनके share का price भी decrease होने के chances हो जाते हैं। EPS, ROE, PE ratio tools भी काफी जानकारी आपको प्रदान कर देती है।
financial ratio
दूसरा है financial ratios company की health check करने के लिए financial ratios का use किया जाता है ताकि हमें पता चल पाए कि company ने कितना debt यानि loan लिया हुआ है company हमारी capital पर कितना profit कमा के दे रही है।
इसके लिए कुछ ratios हैं जैसे कि, earning per share, return on equity, debt to equity ratio etc अगर आपको ratios को detail में समझना है। financial reports में आप स्टॉक्स एनालिसिस के लिए फ्री टूल्स का भी उपयोग कर सकते है।
financial report
third is financial reports financial reports में आती है company की balance sheet, income statement and cash flow statement one by one इनको समझते हैं सबसे पहले हम balance sheet के basic समझते हैं balance sheet में company की asset और liabilities की details होती है company को business करने के लिए कुछ assets की रिक्वाइमेंट होती है जैसे कि, बिल्डिंग, प्लांट और मशीनरी एटसेट्रा।
इन एसेट्स को पचेज करने के लिए कमपणी को बड़ी अमाउंट में मनी की रिक्वाइमेंट होती है जिसके लिए वो यातो शेष इशू करती है या फिर कोई लोन लेती है तो जो कमपणी ने लोन लिया होता है वो कमपणी की लाइबिलिटी होती है कमपणी की बैलेंश शीट को देखकर आप चेककते हैं कि company ने कितना loan लिया हुआ है कितनी amount assets में लगी हुई है और कितना cash पड़ा है।
income statement
अब समझते हैं income statement को income statement को profit and loss statement भी बोला जाता है। इसकी सहायता से आप किसी कंपनी के सभी पूंजी से संबंधित पहलुओं को आसानी से समझ सकते है।
ये वो report है जो company की income और expenses की details को show करती है और resulting profit और loss भी show करती है। इसके साथ ही आप balance sheet analysis tools की भी जानकारी के साथ अपने निवेशकों के लिए बेस्ट फंडामेंटल एनालिसिस टूल भी कहां जा सकता है।
cash flow statement
cash flow statement वह चीज होती है जो रिजल्टिंग प्रॉफिट और लॉस भी शो करती है। दूसरी तरह कैश लो स्टेटमेंट कैश फ्लो स्टेटमेंट वह स्टेटमेंट है जो कैश के फ्लो का ब्रेकअप देती है।
कंपनी कितना कैस्ट ओपरेटिंग एक्टिविटीज यह डे टू डे एक्टिविटीज के लिए यूज करती है और कितना कैस्ट इनवेस्टिंग एक्टिविटीज यह सेल एंड पर्चेस ऑफ एसेट एक्टिविटीज के लिए यूज करती है? और कितना flow owners और debt यानि loan providers के साथ करती है।
conclusion
तो fundamental analysis क्या होता है उसके basics और Best fundamental analysis tools हमने समझ लिए हैं। अब हम बात करते हैं कि, किसी stock का fundamental analysis करने के लिए जो information चाहिए वो आपको easily कैसे मिलेगी तो मैं जो website यूज करता हूँ वो है ticker tape उसमे आसानी से प्राप्त हो जायेगा।
ticker tape बहुत ही बढ़िया platform है जिस पर आपको stocks के बारे में जो भी necessary information चाहिए वो आपको मिल जाता है। अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो कृपया करके इस लेख को अधिक से अधिक साझा करे।
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