FII DII ka market par asar kaise padta hai
FII ne kyon bech diya aaj?
DII khareed rahe hain to kya kare?
FII DII data se market trend kaise samjhe
FII ne becha to market kyu nahi gira?
FII DII ka data kaise dekhe free mein
FII DII activity kaise track kare daily
NSE/BSE par FII DII holding kaise check kare
FII DII ke net buyers/sellers list kaise nikale
FII DII ke derivative positions kaise analyse kare
FII DII ke against trade kaise kare
Retail investor FII DII data kaise use kare
FII bech raha hai to kya buy kare?
DII khareed raha hai to exit kare ya hold?
FII DII ke short covering kaise pata kare
FII DII ka data kab update hota hai?
FII DII ka data sahi kyon nahi milta?
FII bech kar DII kyon khareedta hai?
FII DII data mein difference kyon hota hai?
FII DII data pe bharosa kare ya nahi?
FII withdrawal se bachne ke tips
DII support hone par kya strategy banaye?
FII ne becha to stock girne kyu nahi wala?
FII DII ke buying/selling ke bad entry kaise le?
FII DII data se multibagger stocks kaise dhoonde?
स्टार्ट रीड करने से कुछ नहीं होगा की फिर इन तरीके की चीजों से मार्केट में क्या इंपैक्ट पड़ता है और आज हम इन्हीं चीजों के बारे में सीखेंगे ऑफिशियल शो फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग यह इस ओडीआईएस दोनों ही प्रेजेंट होते हैं मतलब आपको फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स होता है मतलब डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स अब दोनों को थोड़ा अच्छे से समझते हैं फिर मतलब जो इन्वेस्टर इंडिया में नहीं है बट इंडिया के बाहर रह के इंडियन कंपनी में पैसा इन्वेस्ट करते हैं सेकंड इसका मतलब होता है वह इन्वेस्टर्स जो कंट्री के अंदर ही रहते हैं और कंट्री के ही असेट्स में इन्वेस्ट करते हैं अब इनको जानना क्यों जरूरी है मैं आपको बताता हूं देखिए मार्केट के अंदर डिफरेंट टाइप के मूव्स आता है आपको डिफरेंट तरीके के ट्रेड देखने को मिलेंगे डिफरेंट तरीके के ट्रेंड भी देखने को मिलेंगे और इन सभी का जो कांबिनेशन होता है ना वह मिला करके बनता है न्यूज़ से यानी कि जो भी न्यूज़ आती है अगर फिर में कुछ मूवमेंट यह तो फौरन मार्केट के साथ-साथ इंडियन मार्केट भी मूव करता है तो इंडियन मार्केट मूव करता है मैं आपको यह बता रहा हूं इस कंटीन्यूअस फ्यूचर एंड ऑप्शंस में बाइंग अपॉर्चुनिटी क्रिएट कर रहे हैं इसी वजह से और भी ज्यादा पैसा ऑरेंज इन्वेस्टर्स मार्केट में डाल रहे हैं इसलिए आज के लिए नहीं बात के लिए भी इन चीजों पर ध्यान देना है कि जब भी मार्केट में कोई बड़ा फल आता है तो फॉरेन इन्वेस्टर्स एक अच्छे अपॉर्चुनिटी समझ के मार्केट के अंदर पैसा डालते हैं ताकि उन्हें एक बहुत ही बढ़िया प्रॉफिट हो सके और इसी वजह से मार्केट में जो ट्रेंड है वह भी बढ़ जाता है और यहीं पर सिचुएशन डिफरेंट भी हो सकती है क्योंकि अगर फिर जो है वह सेलिंग करते हैं तो मार्केट में प्रेशर बना होता है क्योंकि इंडियन इन्वेस्टर से ज्यादा जो फॉरेन इन्वेस्टर्स है वह मार्केट में पैसा लगाते हैं और उनकी वजह से मार्केट में अच्छा वॉल्यूम क्रिएट होता है और अगर वह बैंक की जगह सेलिंग करने लगेंगे तो मार्केट में डाउन साइड देखने को मिलेगा तरीके से वह मार्केट में पैसा डालते हैं और जिस भी नेगेटिव न्यूज़ के ऊपर ध्यान देते हैं वहां पर मार्केट फल होता है तो वहां पर आप नेगेटिव ट्रेड भी ले सकते हैं
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