price action kya hota hai
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग यह एक ट्रेडिंग का ऐसा तरीका होता है, जिसके अंदर आप एक ट्रेडर के रूप में आपको सिर्फ प्राइस के चार्ट के आधार पर अपने ट्रेडिंग को सफल बनाने का प्रयास करना होता हैं। प्राइस एक्शन ट्रेडिंग में आप किसी भी प्रकार के इंडिकेटर का उपयोग नहीं करते हैं।
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के दौरान आप किसी भी स्टॉक में सही प्रकार से भविष्य में होने वाले मूवमेंट का पता लगाने की कोशिश करते हैं ताकि आपको एकदम सही समय पर शेयर को खरीदने और बेचने का मौका मिल सके।
इस लेख में हमने Advanced Price Action Trading Techniques को भी बताने का प्रयास किया है।
price action patterns kaise pata kare
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग जितना सरल है, उतना ही कठिन है इसके पैटर्न की पहचान करना। बिना चार्ट पैटर्न के आप सही तरीके से प्राइस एक्शन ट्रेडिंग नहीं कर पाएंगे। क्योंकि यह पैटर्न आपको बाजार में होने वाले उलट फेर तथा भविष्य में होने वाली बाजार की दिशा का अंदाजा लगाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। इसके साथ ही Profitable Price Action Trading Strategies जो हमने नीचे बताई हुयी है, उनका भी बखूबी से पालन कर सकते है।
प्राइस एक्शन पैटर्न को पहचान के लिए आपको सबसे पहले कैंडलेस्टिक पेटर्न को समझना बहुत जरूरी है। जैसे कि, हैमर कैंडलेस्टिक पेटर्न, इंगुलफिंग पैटर्न, मोरूबाजू पैटर्न, मॉर्निंग स्टार या फिर इवनिंग स्टार। यह कुछ ऐसे पैटर्न है, जो बाजार की चाल का अंदाजा लगाने में हमेशा सही संकेत प्रदान करते हैं। उनके उपयोग से आप प्राइस एक्शन पैटर्न को पहचान सकते हैं कि, अब शेयर का भाव किस दिशा की ओर जा सकता है।
इसके अलावा आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस के लेवल पर भी प्राइस एक्शन पैटर्न को पहचान सकते हैं। मान लीजिए कि, कोई भी शेयर के भाव में वह जिस स्तर पर ट्रेड कर रहा है अगर वह स्तर टूट जाता है, तो उसकी दिशा बदल सकती है।
उदाहरण के लिए, यदि किसी स्टॉक का भाव एक मजबूत रेजिस्टेंस को ब्रेक कर देती है और इसके बाद बुलिश इंगुलफिंग पैटर्न बनता है, तो यहां से यह सिद्ध हो जाता है कि, बाजार ऊपर की दिशा की ओर ही जाने वाला है।
7 price action trading strategies in hindi
इस लेख में हमने प्राइस एक्शन ट्रेडिंग की सभी 7 रणनीति को शामिल किया है, जो निम्नलिखित है।
entry and exit strategy
एंट्री और एग्जिट रणनीति, प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के दौरान शेयर बाजार में चल रहे उस स्टॉक का मूवमेंट को समझते हुए, सही तरीके से ट्रेडिंग करने की एक अच्छी रणनीति मानी जाती है। जब एक ट्रेडर उस स्टॉक में ट्रेडिंग के दौरान एंट्री पॉइंट का चयन करता है। तब वह कैंडलेस्टिक पेटर्न के साथ-साथ सपोर्ट और रेजिस्टेंस लाइनों को ध्यान में रखते हुए अपने एंट्री पॉइंट की तलाश करता है।
उदाहरण के लिए, जब ट्रेडिंग चार्ट पर बुलिश इंगुलफिंग पैटर्न बन जाता है तब उस शेयर का भाव अपने पुरानी सबसे अधिक भाव को तोड़ देती है और वही एक ऐसा समय होता है जब आप एंट्री बनाते हुए शेयर को खरीद सकते हैं।
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग मे एग्जिट रणनीति के तहत एक ट्रेडर मात्र अपने लाभ और हानि का ध्यान रखते हुए ट्रेडिंग करता है। अगर उसकी एग्जिट रणनीति के तहत उसे लाभ भी होता है, तो वह उसे बुक कर लेगा और अगर उसे हानि होती है, तो वह नुकसान में ही उसे ट्रेड से एग्जिट हो जाता है। एग्जिट प्वाइंट की पहचान करने के लिए आपको सपोर्ट और रेजिस्टेंस के लेवल, ट्रेलिंग स्टॉप के साथ-साथ कैंडलेस्टिक के रिवर्सल पैटर्न को ध्यान में रखते हुए तलाश करनी होती है।
Support and Resistance
सपोर्ट और रेजिस्टेंस यह एक आसान रणनीति होती है प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के दौरान। जब किसी शेयर का भाव सपोर्ट के लेवल पर आने के बाद लगातार हो रहे गिरावट में रुकावट आ जाए और इसके बाद ऊपर की ओर अपनी दिशा बदलकर बढ़ने लगे तब पहले कैंडल के बाद आप कंफर्मेशन लेते हुए ट्रेड में एंट्री ले सकते हैं।
इसी के विपरीत जब किसी भी शेयर का भाव रेजिस्टेंस लेवल जहां से उसकी कीमत बढ़ने की बजाय रुक जाती है और इसके बाद नीचे की ओर गिरने लगती है तब पहले रेड कैंडल के साथ एक बारिश पैटर्न बनने के बाद आप उस ट्रेड में एंट्री लेते हुए लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
Pivot Points
वर्तमान में चल रहे मूवमेंट के बाद शेयर बाजार में इस स्टॉक के भविष्य में आने वाले अगले मूवमेंट का अनुमान लगाने के लिए पीवोट पॉइंट्स का उपयोग किया जाता है।
पीवोट पॉइंट्स के माध्यम से पहले बने सबसे अधिक की कीमत तथा सबसे काम वाली कीमत के साथ-साथ बाजार के आखिरी बंद कीमत के आधार पर निकल जाते हैं। Price Action Reversal Strategies की पहचान करने में भी आप इसका उपयोग कर सकते है।
उदाहरण के लिए मान लीजिए कि, यदि किसी शेयर के भाव का पीवोट पॉइंट ऊपर की ओर जा रही होती है तो यह उसे शेयर के बुलिश सिग्नल को प्रदर्शित करता है। इसका मतलब यह होता है कि, अब शेयर की कीमत ऊपर की ओर बढ़ने वाली है। इसी के विपरीत जब यह नीचे की ओर जाने लगती है, तो यह बुरी सिग्नल को दर्शाता है।
Combination of Candlestick Patterns and Trend Lines
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के दौरान सबसे महत्वपूर्ण रणनीति के अंतर्गत जब आप कैंडलेस्टिक पेटर्न और ट्रेंड लाइन दोनों का आपस में उपयोग करते हुए अपनी रणनीति को अत्यधिक मजबूत और प्रभावी साबित कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए के जब किसी स्टॉक का ट्रेंड लाइन और कैंडलेस्टिक पेटर्न दोनों ही एक ही दिशा की ओर संकेत प्रदर्शित करते हैं तो यह एक ट्रेडर लिए अधिक मजबूत सिग्नल के रूप में काम करता है।
Breakout and Breakdown
इस रणनीति के तहत जब किसी स्टॉक में ब्रेकआउट होता है मतलब कि, जब किसी स्टॉक एक महत्वपूर्ण सपोर्ट और रेजिस्टेंस को पार कर देती है। तो यह स्पष्ट रूप से संकेत होता है कि, बाजार में या तो बड़ी गिरावट होने वाली है या फिर एक वृद्धि हो सकती है।
उदाहरण के लिए, मान लीजिए के किसी स्टॉक की कीमत अपने रेजिस्टेंस लेवल को पार कर लेती है तो यह एक बुलिश ट्रेंड का संकेत देते हुए आगे की ओर बढ़ता है। जब यह सपोर्ट लेवल टूट जाता है तो, यह बेयरिश संकेत के रूप में बाजार की दिशा को प्रदर्शित करता है।
Trend Lines
ट्रेंडलाइन रणनीति के तहत आप किसी स्टॉक ट्रेड की दिशा को स्पष्ट रूप से पहचान सकते हैं जब कीमत एक ट्रेंड लाइन को तोड़कर अपनी दिशा बदल देती है तो यह एक ट्रेड के रिवर्स होने का महत्वपूर्ण संकेत होता है। यह मुख्यतः तीन प्रकार से होते हैं।
1) Up Trend = अप ट्रेंड का मतलब किसी स्टॉप की कीमत जब अपने उच्चतम भाव की ओर बढ़ने लगती तब ऐसी स्थिति को अप ट्रेंड कहा जाता है।
2) Down Trend = डाउन ट्रेंड उस स्टॉक की कीमत को नीचे की ओर गिरने लगती हैं, तब ऐसी स्थिति को डाउन ट्रेंड कहा जाता है।
3) Side Ways = साइडवेज ट्रेंड ऐसी स्थिति को दर्शाता है, जब बाजार की कीमत ना तो ऊपर जा रही हो और ना ही नीचे की ओर मतलब कि वह सीधी-सीधी एक ही रेखा में पिछले कई दिनों से निरंतर बरकरार हो। इस स्थिति में ट्रेडर एक ही भाव पर कई दिनों तक फंसा रहता है।Candlestick Patterns
कैंडलेस्टिक पेटर्न प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के दौरान बाजार की सही चल और संभावित रूप से होने वाले परिवर्तन को तकनीकी रूप से दिखने में सक्षम है। इसीलिए इस रणनीति का उपयोग अक्सर कई अनुभवी ट्रेडरों द्वारा किया जाता है। कैंडलेस्टिक पेटर्न मुख्यतः चार भागों में विभाजित होते हैं जैसे की ओपन क्लोज हाय और लो इन्हीं के द्वारा एक कैंडल का निर्माण होता है।
कुछ कैंडल मिलकर एक विशेष प्रकार के पैटर्न को प्रदर्शित करते हैं जैसे कि, डोजी पैटर्न, इंग्लिफिंग और हमर पैटर्न, शूटिंग स्टार पैटर्न इत्यादि। इन पैटर्न से ट्रेडर यह अंदाजा लगता है कि, मार्केट की दिशा अब ट्रेंड रहने वाली है या फिर डाउन ट्रेड। कैंडलेस्टिक पेटर्न के साथ साथ आपको अन्य टेक्निकल इंडिकेटर की सहायता से सही एंट्री और एग्जिट प्वाइंट का निर्धारण करते हुए ट्रेड करना है।
price action indicator name
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के दौरान प्राइस के मूवमेंट को ही देखा जाता है। इसीलिए एक अनुभवी ट्रेडर या फिर अनुभवी ट्रेडर को हमेशा इंडिकेटर का उपयोग करना फायदेमंद साबित होता है।
कुछ प्रमुख प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के दौरान उपयोग किए जाने वाले इंडिकेटर का नाम हमने नीचे लिखा हुआ है।
- स्टोचास्टिक ऑस्किलेटर
- वॉल्यूम इंडिकेटर
- मूविंग एवरेज
- फीबॉनएसीसीआई रिट्रेसमेंट
price action trading book in hindi
कुछ प्रमुख भारतीय और विदेशी लेखकों द्वारा लिखी गयी पुस्तक की लिस्ट हमने नीचे बतायी हुई है। जिनका उपयोग करके आप आसानी से और सरल भाषा में प्राइस एक्शन ट्रेडिंग सीख सकते है। इसके साथ ही आप हमारे वेबसाइट में लिखे ट्रेडिंग के सबसे बेहतरीन टुटोरिअल्स का भी अध्ध्यन कर सकते है।
- Price Action Trading – Sunil Gurjar
- How to Make Money in Stocks – William J. O’Neil
- Stock Market Trading Strategies – Ravi K. Ghosh
- The Secret to Wealth – P. R. Sundaram
- Technical Analysis of the Indian Stock Market – C.M. Pandit
- Price Action Trading – Al Brooks
Summary
इस लेख में हमने प्राइस एक्शन ट्रेडिंग से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां जैसे कि, प्राइस एक्शन ट्रेडिंग क्या होता है? ट्रांजैक्शन पेटर्न्स को आप कैसे पहचान सकते हैं? उसके साथ-साथ प्राइस एक्शन ट्रेडिंग से जुड़ी प्रमुख साथ रणनीतियों को समझने का प्रयास किया है।
इसके साथ ही हमने कुछ प्रमुख भारतीय लेखकों तथा सबसे अधिक लोकप्रिय विदेशी लेखकों द्वारा प्राइस एक्शन ट्रेडिंग की प्रमुख पुस्तकों की लिस्ट तथा प्राइस एक्शन इंडिकेटर के नाम की लिस्ट भी हमने इस लेख में शामिल किया है।
इस लेख को पढ़ने के बाद अगर आपको अच्छी जानकारी मिली हो तो, कृपया करके इस लेख को अपने सभी ट्रेडर भाइयों के साथ अधिक से अधिक साझा करें।
धन्यवाद।
FAQ
Q.1 Price actions कितने प्रकार के होते हैं?
शेयर बाजार में प्राइस एक्शन प्रमुख रूप से तीन प्रकार के होते हैं।
- बुलिश प्राइस एक्शन (Bullish Price Action)
- बेयरिश प्राइस एक्शन (Bearish Price Action)
- रेंज-बाउंड प्राइस एक्शन (Range-bound Price Action)
Q.2 प्राइस एक्शन ट्रेडिंग सबसे अच्छा क्यों है?
शेयर बाजार की दिशा और चाल का अंदाजा लगाने के लिए प्राइस एक्शन ट्रेडिंग का उपयोग किया जाता है इसीलिए इसे सबसे अच्छा माना जाता है। इसके साथ ही प्राइस एक्शन ट्रेडिंग सरल और सटीक रूप से आपको ट्रेड में एंट्री और एग्जिट करने का संकेत प्रदान करती है, जो इसकी प्रमुख विशेषता है।
Q.3 सबसे सुरक्षित ट्रेडिंग कौन सी है?
प्राइस एक्शन ट्रेडिंग को सबसे सुरक्षित ट्रेडिंग की रणनीति मानी जाती है क्योंकि प्राइस एक्शन ट्रेडिंग से आप कैंडलेस्टिक पेटर्न और मार्केट मूवमेंट का ठीक से विश्लेषण कर पाते हैं।
Q.4 कौन सी ट्रेडिंग सीखना सबसे अच्छा है?
अगर आपको सरल और सीधे तरीके से बाजार की वास्तविक गति और दिशा को समझने का प्रयास करना है तो ट्रेडर के लिए प्राइस एक्शन ट्रेडिंग को सिखाना सबसे अच्छा विकल्प होता है।
Leave a Comment