इस लेख में आप अपने ट्रेडिंग में maximize profits trading strategies in Hindi में बताया है। साथ ही सही रणनीति और आपके लाभ को प्रभावित करने वाले कारक को भी समझाया गया है। इसमें हमने Trading Strategies को आसानी से उपयोग करने की विधि भी बताने का प्रयास किया है।
ट्रेडिंग में लाभ कमाने का लक्ष्य (The Goal of Profit in Trading)
ट्रेडिंग के दौरान Profitable Trading करके लाभ कमाना हर ट्रेडर, भले ही वह शुरुआती ट्रेडर हो या फिर अनुभवी ट्रेडर। वें ट्रेडिंग ही इसीलिए करते हैं, ताकि उन्हें अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो। लेकिन इसमें स्पष्ट रूप से जब तक योजना बनाकर ट्रेडिंग नहीं करते तब तक आपको लाभ से ज्यादातर नुकसान होने की संभावना बनी रहती हैं।
आपको अपने ट्रेडिंग के दौरान अपने टारगेट को स्पष्ट रूप से निर्धारित करके रहना चाहिए। ताकि आपको एक महीने की ट्रेडिंग कम से कम कितने प्रतिशत लाभ कमाना चाहते हैं।
इस लाभ को कमाने के लिए आप हर महीने कितने रुपए तक के पूंजी को रिस्क में लगा सकते हैं। इसके साथ ही सही तरीके से स्टॉप-लॉस ट्रेडिंग की रणनीति तथा नियमित रूप से सीखते रहने से आप लंबे समय तक ट्रेडिंग में लाभ कमाते रहते हैं।
लाभ को प्रभावित करने वाले मुख्य कारक (Factors Affecting Profit)
ट्रेडर जब अपने लाभ को Maximize को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों को हमने निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझाने का प्रयास किया। जिसके अंतर्गत बाजार की स्थिरता जोखिम के प्रबंधन के साथ-साथ अन्य ट्रेडिंग रणनीतियों को भी शामिल किया गया है।
बाजार की बदलती स्थिति (Market volatility)
शेयर बाजार के बदलते माहौल की वजह से इसका एक जगह पर स्थिर न होना, यह भी एक बहुत बड़ा कारण होता है कि, क्या आप अपने लाभ को काफी हद तक कम कर डालते हैं। इसके लिए आपको तेजी से बदलते हुए इस माहौल में छोटे-छोटे लाभ पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
इसके साथ ही आप अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड रखते हुए, अपने ट्रेडिंग को सुरक्षित बना सकते हैं। अक्सर कई निवेशक बहुत छोटे से भी प्रॉफिट में अपने लंबे समय के रणनीति से भटक जाते हैं। उसकी वजह से उनका कंपाउंड इंटरेस्ट कभी आगे काम ही नहीं कर पाता। ऐसी स्थिति में वह भले ही अच्छे प्रतिशत में रिटर्न कमा रहे हो, लेकिन चक्रवृद्धि लाभ न होने की वजह से वह अधिक लाभ नहीं कमा सकते।
सही प्रकार के जोखिम प्रबंधन का ना होना (Risk management)
सही तरीके से अपने जोखिम के प्रबंधन को लागू न करने की वजह से आप अपने इच्छा के अनुसार ट्रेडिंग से लाभ नहीं कमा सकते।
ट्रेडिंग सत्र के दौरान जब किसी भी स्टॉक की कीमत आपका अनुमान की विपरीत जाने लगते हैं तो नुकसान को सीमित करने के लिए आपको कुछ पूर्व निर्धारित स्तर पर स्टॉप लॉस का प्रयोग न करने की वजह से आपके लाभ प्रभावित होते हैं।
उसके साथ ही आप जब भी कीमत आपके अनुसार चली जाए तो आपको अपने लाभ को सुरक्षित करने के लिए कुछ प्रतिशत बटर लेने चाहिए इसके साथ ही आप अपने पोर्टफोलियो को अलग-अलग स्टॉक में डायवर्सिफाइड करके अपने जोखिम को भी काम कर सकते हैं।
गलत ट्रेडिंग रणनीति का उपयोग (Consistent Trading Profits)
टेक्निकल एनालिसिस के दौरान गलत ट्रेडिंग रणनीति भी आपके ट्रेडिंग के लाभ को प्रभावित कर सकता है। ट्रेडिंग से पहले कंपनी के मूल्य और उसके शेर की कीमत के बीच हमेशा से आपको अंतर मालूम होना चाहिए।
इसके अंतर्गत चार्ट पेटर्न इंडिकेटर तथा अन्य किसी भी उपकरण का उपयोग करके आप बाजार की गतिविधि को विश्लेषण कर सकते हैं। ट्रेडिंग में आप अपने Profits को Maximize करने के लिए इन बताई गयी रणनीति को ध्यान में रखते हुए ट्रेडिंग का प्रयास करे।
लालच और डर का सही समंजयस का ना होना (Profitable Trading Strategies)
डर और लाल जैसी भावनाएं आपके ट्रेडिंग सत्र के दौरान निर्णय लेने में प्रभावशील होते हैं। सही प्रकार से धैर्य और अनुशासन के साथ बाजार के डिमांड के आधार पर आपको निर्णय लेने की आवश्यकता होती है।
जितना अधिक अनुभव होगा आपको उतने ही बेहतर तरीके से आप ट्रेडिंग के निर्णय लेने में सक्षम रहेंगे। उसके साथ है आप ट्रेडिंग से पहले उसे स्टॉक का एनालिसिस में कितना समय देते हैं। यह भी आपके लाभ को प्रभावित करता है।
ट्रेडिंग लाभ को कई गुना तक बढ़ाने के 6 सरल तरीके (maximize profits trading strategies in Hindi)
प्रभावशाली ट्रेडिंग की रणनीति बनाने का प्रयास करे (Best Trading Strategies)
अपने लाभ को कई गुना बढ़ाने के लिए एक ट्रेडर को अच्छी तरीके से प्रभावशाली ट्रेडिंग की रणनीति बनानी चाहिए इसके अंतर्गत वह अपने लक्षण को स्पष्ट रूप से लिख सकता है। इसके साथ ही किस समय पर कितनी पूंजी के साथ और कितनी बार ट्रेडिंग करनी है, इसका भी पूर्वानुमान लगा सकता है।
इसके साथ ही एक विशेष जिसमें भी उसे महारत हासिल हो चार्ट पेटर्न को पहचानने की कोशिश करें साथ ही जिस भी स्टॉक में वेटिंग करने का प्रयास करता है उसे कंपनी के फंडामेंटल एनालिसिस को भी ध्यान में रखते हुए जोखिम लेने का प्रयास करें। इसी रणनीति के तहत उसे यह भी ध्यान रखना होगा कि उसे आने वाले कुछ महीनो में अपने इस वर्तमान पूंजी पर कितना प्रतिशत का लाभ कमाना है साथ-साथ अपने पोर्टफोलियो के भी अलग-अलग फंड में डालकर विभाजित कर सकता है।
आपकी पसंदीदा रणनीति का अभ्यास करें (Increase Trading Returns)
ट्रेडिंग के कैसी दुनिया है, जिसमें आप जितना सीखेंगे, जितना अभ्यास करते रहेंगे उतने ही किसी एक रणनीति पर मजबूत दृष्टिकोण के साथ हमेशा प्रॉफिट बनाते रहेंगे इसके लिए आपको हमेशा सीखते रहना होगा।
ट्रेडिंग हमेशा सीखने के लिए आप शुरुआत से ट्रेडिंग की बेसिक्स को सीखने के लिए किताबें तथा इंटरनेट पर उपलब्ध लिख के माध्यम से विस्तृत रूप से सीखने का प्रयास कर सकते हैं। कई अनुभवी तथा बड़े-बड़े शेयर बाजार के दिग्गजों की किताबों को पढ़कर भी आप उनके अनुभवों का अनुभव लेकर अपने ट्रेडिंग की शैली को सुधार सकते हैं जिनमें से कुछ देखकर छू के नाम वारेन बुफेट तथा बेंजामिन ग्राहम इत्यादि है।
इसके साथ ही आप ऑनलाइन कोर्सेज कुछ प्रमुख शेयर बाजार की वेबसाइट, ट्रेडिंग के व्हाट्सएप ग्रुप, वेबिनार्स तथा किसी विशेष स्थान पर चल रहे सेमिनार पर जाकर भी आप ट्रेडिंग को अच्छे तरीके से सीख सकते हैं। सीखने के बाद आप डेमो अकाउंट के साथ अभ्यास करें और जब आप बार-बार सफल होने लगे तभी ही जाकर वास्तविक बाजार में असली पूंजी के साथ ट्रेडिंग करने का प्रयास कर सकते हैं इसे आपके लाभदायक बने रहने के चांसेस सबसे उंचे रहेंगे।
टेक्निकल एनालिसिस के साथ-साथ फंडामेंटल एनालिसिस का भी उपयोग।
जब तक आप उसे स्टॉक के टेक्निकल एनालिसिस के साथ-साथ फंडामेंटल एनालिसिस नहीं करते हैं, तब तक आप अधूरे ज्ञान के साथ ट्रेडिंग करने का जोखिम उठाते हैं। इसीलिए आपको अपने लाभ को कई गुना बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों को ध्यान में रखना चाहिए।
फंडामेंटल एनालिसिस दौरान आप उसे कंपनी की लॉन्ग टर्म निवेश को जान सकते हैं आप यह पता लगा सकते हैं कि स्टॉक कभी अंडरवर्ल्ड है या फिर ओवरवैल्यूड, कंपनी के हाल ही में प्रदर्शित किए गए बैलेंस शीट इनकम स्टेटमेंट तथा कैश फ्लो मैनेजमेंट को भी पढ़कर अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या इस स्टॉक में ट्रेडिंग करना सही रहेगा या नहीं।
इसके साथ ही आप फंडामेंटल एनालिसिस के तहत उस स्टॉक का P/E अनुपात, PEG अनुपात, डेब्ट-इक्विटी अनुपात की सहायता से कंपनी की वित्तीय स्थितियों को अभी आकलन लगाते हुए ट्रेडिंग के निर्णय ले सकते हैं।
ट्रेडिंग की बुनियादी समझ विकसित करें (Improve Trading Performance)
शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको इसकी बुनियादी बातें जैसे कि, इंडेक्स, डीमैट खाता, ब्रोकरेज इत्यादि की जानकारी होना जरूरी है।
इसके साथ ही आप ऑनलाइन कोर्स, कुछ प्रमुख पुस्तक, ऑनलाइन संसाधन के साथ साथ डेमो अकाउंट से शुरुआत करनी चाहिए। ध्यान रहेगी आपको शुरुआत में छोटी पूंजी के साथ ट्रेडिंग करने का प्रयास करना है। ट्रेडिंग के साथ-साथ कुछ पूंजी को लंबी अवधि के लिए निवेश भी कर सकते हैं।
आपको अपने निवेश और ट्रेडिंग को अलग-अलग रखें, इसके साथ ही जब आप निवेश करें, तो उसमें अपने पोर्टफोलियो को भी डायवर्सिफाइड रखें, ताकि बाजार के किसी भी स्थिति में आपको कम नुकसान हो।
अपनी रणनीति का अवलोकन करें (Consistent Trading Profits)
आपको ट्रेडिंग के दौरान अपनी सफलताओं और असफलताओं का भी विशेष रूप से ध्यान देना जरूरी है। अपने ट्रेडिंग के विश्लेषण करने से आप अपनी ताकत और कमजोरी को समझने का मौका मिलता है, इसके साथ ही आप अपनी गलतियों से सीख कर भविष्य में ट्रेडिंग के बेहतर रिजल्ट देख सकते हैं।
ट्रेडिंग के दौरान विशेष रूप से जब आपको सफलता प्राप्त हो तब उसे दौरान आपको अपनी रणनीति पर सराहना करनी है इसके साथ ही इस रणनीति को अपने दूसरे भाइयों के साथ साझा करनी चाहिए। Professional Trading Strategies जो आपको ट्रेडिंग में बेहतर और High Returns के लिए इन सब बातो को अक्सर ट्रेडिंग के दौरान याद रखनी होगी।
ट्रेडिंग जर्नल बनाने का प्रयास करें जिसके अंतर्गत आप अपने ताकत कमजोरी और अवसर के खतरे का मूल्यांकन करना चाहिए। इसके साथ ही आप अपने आप को लचीला बनाए रखें।
ट्रेडिंग में आशाबादी सोच के साथ भविष्य की उम्मीद रखें।
ट्रेडिंग के दौरान आप अपनी उपलब्धियां पर ध्यान देने से आपको अपनी ताकत का अंदाजा लगेगा इसके साथ ही जवाब अपनी कमजोरी को स्वीकार कर लेते हैं उसे नजर अंदाज नहीं करते तब आपको अपनी कमजोरी को दूर करने का भी मौका मिलता है।
इसलिए आपको ट्रेनिंग सत्र के दौरान सकारात्मक सोच बनाए रखने के लिए, अपने दोनों पक्षों को ध्यान देना होगा इसके साथ ही आपको भविष्य के प्रति आशावादी विचार रखने होंगे।
आप छोटे-छोटे लक्षण ऑन के साथ भी आगे बढ़ सकते हैं इसके साथ ही अपने अन्य ट्रेडर भाइयों के साथ एक माहौल बनाकर उनसे प्रेरणा लेने के प्रयास करें, ओवर ट्रेडिंग करने से बचे, इसके साथ ही आपको नियमित रूप से नई-नई चीजों को पढ़ते हुए अपनी ट्रेडिंग को करने का प्रयास करना चाहिए।
सारांश।
इस लेख में हमने आपको ट्रेडिंग के लाभ को और किस तरीके से बढ़ाया जा सकता है? इसके लिए प्रमुख उपाय जैसे कि, जोखिम प्रबंधन को कड़ाई से पालन करना, अपने मनोवैज्ञानिक कारकों को नियंत्रित करने का प्रयास करना, इसके साथ ही प्रभावी ट्रेडिंग की रणनीति की योजना बनाते हुए लगातार सीखने का प्रयास करना इत्यादि बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए समझाने का प्रयास किया है।
इसके साथ ही हमने आपके ट्रेडिंग द्वारा प्राप्त लाभ को अधिकतम करने के लिए कुछ प्रमुख टिप्स भी इस लेख में बताया हुआ है, जिसे पढ़कर आप अपने ट्रेडिंग के स्टाइल में परिवर्तन कर सकते हैं।
अगर इस लेख को पढ़ने के बाद आपको थोड़ी बहुत भी अच्छी जानकारी मिली हुई हो, तो कृपया करके इस लेख को अपने अन्य ट्रेडर भाइयों के साथ अधिक से अधिक सजा करें।
धन्यबाद।